लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी नये सेनाध्यक्ष (COAS) होंगे। वो जनरल मनोज पांडे से बागडोर संभालेंगे, जो एक महीने का विस्तार मिलने के बाद 30 जून 2024 को रिटायर्ड हो रहे हैं।
सरकार ने वर्तमान में थलसेना के उपप्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी 30 जून 2024 की दोपहर अगले थल सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया है। जनरल मनोज उसी समय कार्यालय छोड़ेंगे।
मध्य प्रदेश के रीवां में 1 जुलाई 1964 को जन्में लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को 15 दिसंबर 1984 को भारतीय सेना के इन्फैंट्री डिवीजन के जम्मू कश्मीर राइफल्स में नियुक्त किया गया।
40 साल के कैरियर में ले. जनरल उपेन्द्र द्विवेदी कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट, ब्रिगेड (26 सेक्टर असम राइफल्स), डीआईजी, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान शामिल हैं।
सैनिक स्कूल रीवा नेशनल डिफेंस कॉलेज और US आर्मी वॉर कॉलेज के पूर्व छात्र, ले. जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने DSSC वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज, महू में भी कोर्स पूरा किया है।
इसके अलावा उनको USAWC,कार्लिस्ले, USA में प्रतिष्ठित NDC समकक्ष कोर्सेज में एक विशिष्ट फेलो से सम्मानित किया गया। उन्होंने पूर्वी लद्दाख को लेकर चीन से बातचीत में अहम भूमिका निभाई।
रीवा के ले. जनरल उपेंद्र द्विवेदी के पिता श्रीकृष्ण द्विवेदी माइनिंग अफसर और मां मानवती गृहिणी थीं। 3 भाइयों में छोटे उपेंद्र ने रीवा सैनिक स्कूल में 1973 से 1980 तक पढ़ाई की।
6 से 12 तक नर्मदा हाउस के छात्र रहे। बड़े भाई डॉ. PC द्विवेदी रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन रहे। दूसरे भाई PS द्विवेदी भोपाल में सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर रहे हैं।
बहन डॉ. पुष्पा पाण्डेय जबलपुर जिला अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। वो 2022-2024 तक उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में सेवाएं दे रहे थे।
लेफ्टीनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने डिफेंस एंड मैनेजमेंट स्टडीज में M.Phil, स्ट्रैटजिक स्टडीज और मिलिट्री साइंस में दो मास्टर डिग्री हासिल कर रखी है।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) व 3 GOC-in-C कमेंडेशन कार्ड मिल चुका है।