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पिछले 12 वर्षों से साेलर एनर्जी को बढ़ावा देने में जुटे भारत के सोलर मैन के नाम से विख्यात प्रो. चेतन सिंह सोलंकी अब पीएम मोदी से एक खास अपील करने की तैयारी में हैं।
मध्य प्रदेश के छोटे से गांव में जन्में डा. चेतन सोलंकी जलवायु परिर्वतन के दौरन में एनर्जी पर ग्लोबल वर्क करने में जुटे हैं। 'रिंकल्स अच्छे हैंं' कैंपेने की शुरूआत चेतन ने की थी।
जिसका मकसद देश का हर व्यक्ति सप्ताह में के पहले दिन यानि सोमवार को बिना स्त्री (प्रेस) किया हुआ कपड़ा पहनकर आफिस जाए। जिसका मकसद है बिजली की बचत करना।
अपनी सोलर एनर्जी से चलने वाली बस में बैठे IIT के प्रोफेसर डा. चेतन सिंह सोलंकी सांसद के साेलर एनर्जी के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। उन्होंने अभी तक शादी नहीं की है।
हाल ही में शर्मिला गणेशन राम से जूम पर बात करते हुए डा. चेतन सिंह ने कहा कि अभी शादी दूर की बात है क्याेकि अभी हम जलवायु परिवर्तन पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मैंने रिंकल्स अच्छे हैं नाम से एक वीकली कैंपेन चलाया है। एक कपड़े को इस्त्री करने में 5 से 7 मिनट का समय लगता है। हर बार प्रेस करने में 0.2 यूनिट बिजली लगती है।
प्रो. चेतन सोलंकी ने बताया कि चूंकि दुनिया की ज्यादातर बिजली कोयले से बनती है, इसका मतलब है कि हर बार इस्त्री करने पर हम लगभग 200 ग्राम कार्बन का उत्सर्जन करते हैं।
उन्होंने कहा कि बचाव इलाज से बेहतर है, इसलिए हमें बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए बिना इस्त्री किए कपड़े पहनने में गर्व महसूस करना चाहिए। इस अभियान में 340 संगठन जुड़ चुके हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद डा. चेतन सोलंकी पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर हर सोमवार को बिना इस्त्री किए कपड़े पहनने की अपील करने की तैयारी में है। जनता से भी ऐसा करने की अपील की है।
अपनी 12 साल की यात्रा में एनर्जी स्वराज यात्रा नाम की बस से भारत के सोलर मैन ने ऊर्जा पैदा करने और उपभोग करने के तरीके से दुनिया को बदलने की योजना बनाई है।
एनर्जी स्वराज फाउंडेशन 100% सौर ऊर्जा संचालित जीवन की दिशा में एनर्जी स्वराज या ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में एक परिवर्तनकारी सार्वजनिक आंदोलन का नेतृत्व करता है।