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गुजरात के रहने वाले किसान के बेटे करसनभाई पटेल ने आर्थिक दिक्कतों के बीच अपनी पढ़ाई पूरी की।
केमिस्ट्री में एजूकेशन की वजह से उन्हें एक सरकारी लैब में टेक्निशियन की नौकरी मिल गई। पर वह अपना बिजनेस शुरू करना चाहते थे। इसलिए गवर्नमेंट जॉब छोड़ दी।
करसनभाई पटेल ने बाजार की नब्ज पकड़ी। देखा कि लोग महंग डिटर्जेंट पाउडर नहीं खरीद सकते। इसलिए किफायती दाम में डिटर्जेंट पाउडर बाजार में लाए।
करसनभाई ने बिजनेस शुरू करने के लिए 15,000 रुपये लोन लिया। घर के पीछे की जगह से काम शुरू किया। डिटर्जेंट पाउडर का नाम निरमा रखा।
उन्होंने अपनी कम्पनी खड़ी करने के लिए साइकिल से घर-घर जाकर डिटर्जेंट पाउडर बेचा। वह इतना लोकप्रिय हुआ कि एक छोटी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट किराए पर लेकर काम बढ़ाया।
अब निरमा देश का जाना-माना नाम बन गया है। कम्पनी में 18,000 वर्कर हैं। फोर्ब्स 2024 अरबपतियों की लिस्ट में हैं। साबुन, ब्यूटी, पर्सनल केयर प्रोडक्ट बनाते हैं। 23000 Cr टर्नओवर है।