Bajrang Baan: क्यों नहीं करना चाहिए बजरंग बाण का पाठ? जानें कारण
Image credits: Getty
हनुमानजी करते हैं मनोकामना पूरी
हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कईं स्तुतियों और मंत्रों की रचना की गई है। इनका पाठ करने से हनुमानजी भक्तों की हर मनोकामना शीघ्र ही पूरी कर देते हैं।
Image credits: Getty
बजरंग बाण का पाठ न करें
हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए बजरंग बाण का पाठ भी किया जाता है, लेकिन कुछ विद्वानों का मानना है कि बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए।
Image credits: Getty
ये है कारण
बजंरग बाण का पाठ न करने के पीछे तर्क ये है कि इस स्तुति की कुछ पंक्तियों में हनुमानजी पर अनावश्यक दबाव डाला गया है, जो कि सही नहीं है।
Image credits: Getty
श्रीराम की शपथ दी गई है हनुमानजी को
बजरंग बाण में कईं बार हनुमानजी को शपथ दी गई है कि अगर आपने हमारी इच्छा पूरी नहीं की तो आपको भगवान श्रीराम की कसम है।
Image credits: Getty
ये हैं वो पंक्तियां
1.जनकसुता हरि दास कहावौ। ताकी सपथ बिलंब न लावौ॥
2. उठु, उठु, चलु, तोहि राम दुहाई। पायँ परौं, कर जोरि मनाई॥
इस तरह बजरंग बाण में हनुमानजी पर अनावश्यक दवाब डाला गया है।
Image credits: Getty
ये है विद्वानों का मानना
विद्वानों का मानना है कि किसी भी देवी-देवता पर यदि कोई कामना पूरी करने के लिए अनावश्यक दवाब डाला जाता है तो बाद में इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ता है।
Image credits: Getty
योग्य विद्वान से सलाह लें
अगर आप भी बजरंग बाण का पाठ कर अपनी इच्छा पूरी करना चाहते हैं तो इसके पहले किसी योग्य विद्वान से सलाह जरूर लें।