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एशियन गेम्स में भारत की ज्योति याराजी ने 100 मीटर बाधा दौड़ में ड्रामे के बाद सिल्वर मेडल जीता।
ज्योति याराजी ने अपना सिल्वर मेडल स्कूल के अपने सीनियर गौतम को समर्पित कर दिया।
गौतम की पिछले महीने एक रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। ज्योति याराजी एथलेटिक्स से परिचय कराने का श्रेय गौतम को देती है।
ज्योति याराजी की हाथ में एक पेपर लिए हुई तस्वीर सामने आई है। जिस पर लिखा है कि गौतम यह तुम्हारे लिए है। हम तुम्हें याद करते हैं।
एशियन गेम्स में दौड़ अधिकारियों ने शुरुआत में गलती करने वाली चीनी प्रतिद्वंद्वी वू यानी के साथ ज्योति याराजी को अयोग्य घोषित करने का प्रयास किया।
ज्योति याराजी ने इस पर विरोध दर्ज कराया। फिर उन्हें प्रतिस्पर्धा की अनुमति मिली।
ज्योति याराजी को पहले ब्रांज मेडल मिला था। पर भारतीय अधिकारियों के विरोध के बाद उनका मेडल बदलकर सिल्वर हो गया।
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