News

प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी का तप! समुद्र में लगाई डुबकी

Image credits: x-bjp

प्राण प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी का तप

22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में पीएम मोदी शामिल होंगे लेकिन उससे पहले वह 11 दिनों तक यम नियम का पालन कर रहे हैं। उन्होंने अन्न का त्याग किया हुआ है। 

Image credits: x-bjp

तमिलनाडु दौरे पर पीएम मोदी

11 दिनों के अनुष्ठान के साथ पीएम मोदी काम भी कर रहे हैं। वह शनिवार को तमिलनाडु दौरे पर रहे। जहां उन्होंने समुद्र तट पर स्नान कया और रामानाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
 

Image credits: x-bjp

रामेश्वरम में स्थित है रामानाथस्वामी मंदिर

पीएम मोदी तमिलनाडु के रामामेश्वरम के रामनाथपुरम जिले में स्थित रामानाथस्वामी मंदिर पहुंचे। प्रधानमंत्री मंदिर में भजनों को सुनते देते दिखे।

Image credits: x-bjp

समुद्र तट में लगाई डुबकी

पीएम मोदी ने अंगी तीर्थ समुद्र तथ पर स्नान भी किया। जिसकी फोटो अब वायरल है। वह अकेले समंदर में डुबकी लगाते नजर आएं। इस दौरान उन्होंने रुद्राश्र की माला भी पहनी थी।
 

Image credits: x-bjp

अंगी तीर्थ से रामायण का रिश्ता

मान्यता है कि अंगी तीर्थ समुद्र तट और रामायण का खास रिश्ता है। ये वही तट है जहां श्रीराम ने शिवलिंग की स्थापना की थी और सीता माता संग प्रार्थना करते थे।

Image credits: x-bjp

पारंपरिक वस्त्र में दिखे PM मोदी

पीएम मोदी पूजा के दौरान पारपंरिक वस्त्र में नजर आए। उन्होंने अंगवस्त्र यानी शॉल ओढ़कर भगवान विष्णु का पूजा की। इस दौरान वह हाथी को गुड़ भी खिलाते नजर आए। 
 

Image credits: x-bjp

प्राण प्रतिष्ठा से पहले अन्न का त्याग

बता दें, प्राण प्रतिष्ठा से पहले स्वयं को शुद्ध करने की प्रक्रिया के तहत पीएम मोदी यम नियम का पालन कर रहे हैं। वह की जगह फलाहरि और जल की जगह केवल नारिलय पानी पी रहे हैं।
 

Image credits: x-bjp

पीएम मोदी ने किया बिस्तर का त्याग

दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड में यम नियम के तहत पीएम मोदी ने बिस्तर का त्याग किया हुआ है। वह जमीन पर कंबल बिछाकर सो रहे हैं। 


 

Image credits: x-bjp

इन गांव के हर बच्चे के नाम में है 'राम', जानें ये दिलचस्प कहानी

3 गेटों से राम मंदिर में प्रवेश,50 टन फूलों से सजावट,यहां देखें तस्वीर

विश्व के सबसे बड़े दीये से जगमगाया राम मंदिर, जानें क्या है खास

भारत बाद ऑस्ट्रेलिया की बारी! यहां बनेगा दुनिया का सबसे ऊंचा राम मंदिर