News
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अब इंतजार है तो उस घड़ी का जब मंदिर में रामलला की मूर्ति विराजमान होगी।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप की प्रतीकात्मक मूर्ति का भ्रमण कराया गया। मूर्ति को फूलों से संजी पालकी में लाया गया था।
रिपोर्ट्स की माने तो यह मूर्ति वह मूर्ति नहीं है जिसे गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा। सूत्रों की माने तो असली मूर्ति को आज रात तक लाया जा सकता है।
वही रामलाल के बैठने के लिए उनका आसन भी बनकर तैयार हो गया है। बताया जा रहा है आसन की ऊंचाई 3.4 फीट है जिससे खासतौर पर मकराना पत्थर से तैयार किया गया है।
मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 22 जनवरी को दोपहर 12:28 से लेकर 12:30 मिनट तक है।
रामलला की काले पत्थर की मूर्ती को मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई है। वहीं प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या में अनुष्ठान जारी है जो 6 दिनों तक चलेगा।