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22 जनवरी को राममंदिर में पूजा के लिए बनी स्पेशल अगरबती गुजरात के वडोदरा से अयोध्या के लिए रवाना हो गई है। इस अगरबत्ती का वजन करीब 3500 किलो बताया जा रहा है।
अगरबत्ती तैयार करने में छह महीने का समय लगा है। इस अगरबत्ती को बनाने में गाय के गोबर, गाय का घी, पेड़ की लकड़ी, तिल, जौं, हवन सामग्री समेत तमाम चीजों का इस्तेमाल किया गया है।
इस अगरबत्ती को बनाने में 6 महीने का वक्त लगा है। अगरबत्ती को बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि यह अगरबत्ती 45 दिनों तक जलेगी, साथ ही
अगरबत्ती की हाइट 108 फिट है। वड़ोदरा से अयोध्या के लिए इस अगरबत्ती को 110 फीट लंबे रथ में भेजा जा रहा है। अगरबत्ती की लागत 5 लाख रुपये बताई जा रही है
इस अगरबत्ती को बड़ौदा के एक पशुपालक ने तैयार किया है। इस संबंध में पशुपालक विहा भरवाड़ ने बताया कि एक बार इसे जलाने पर ये डेढ़ महीने तक लगातार जलती रह सकती है
22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इसका उपयोग किया जाएगा, इसके लिए खास किस्म का स्टैंड भी तैयार किया गया है। इस स्टैंड का वज़न 1100 किलो है
17 जनवरी को रामलला की अचल मूर्ति की भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। 18 जनवरी से पूजन-अर्चना शुरू होगी और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी।