News

निधन के वक्त अकाउंट में थे 470 रुपए,जानें चौधरी चरण सिंह के किस्से

Image credits: social media

चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न

किसान नेता चौधरी चरण सिंह को केंद्र सरकार ने आज भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया पीएम मोदी ने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की।
 

Image credits: Facebook

आखिर कौन थे चौधरी चरण सिंह?

चौधरी चरण भारत के 5वें प्रधानमंत्री थे उनका जन्म हापुड़ में 1902 को और निधन 1987 में हुआ था। पीएम रहते हुए उन्होंने 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक कार्यभार संभाला।

Image credits: Facebook

किसानों के मसीहा थे चौधरी चरण सिंह

चौधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा कहा जाता था। बताया जाता है उन्होंने कभी भी अपने विचारों से समझौता नहीं किया। किसानों के लिए वह तत्कालीन पीएम नेहरू के विरोध में खड़े हो गए थे।
 

Image credits: Facebook

चौधरी चरण ने किया पंडित नेहरू का विरोध

बताया जाता है 1959 में नागपुर के अधिवेशन में नेहरू कोऑपरेटिव फार्मिंग को लागू करना चाहते थे चौधरी साहब खिलाफ थे। उन्होंने इसे किसान विरोधी बताया था यहां तक ये लागू भी नहीं हुआ था। 
 

Image credits: social media

पैदल आते-जाते थे चौधरी साहब

चौधरी साहब हमेशा जमीन से जुड़े नेता रहे हैं बताया जाता है उनके पास गाड़ी नहीं थी इसलिए कहीं भी पैदल जाते थे उन्होंने अपने जीवनकाल मे आगामी पीढियों के लिए नए आयाम भी स्थापित किए।

Image credits: social media

खुद की जेब से देते थे पेट्रोल का पैसा

कई जगह जिक्र है मुख्यमंत्री बनने के बाद वे मॉल एवेन्यू स्थित बंगले में रहते थे लेकिन इसके बाद भी वे टेलीफोन और गाड़ी से आने जाने के खर्चे का बिल अपने निजी खाते से देते थे। 

Image credits: Facebook

निजी कामों के लिए अलग से चुकाते ठीक खर्च

CM बनने के बाद चौधरी साहब को निजी कार्यक्रम में जाना था उन्होंने जेब से नोट निकाल कर ड्राइवर को दिया और कहा पेट्रोल डलवा लो  मेरा निजी कार्यक्रम है सो पेट्रोल का खर्चा मैं दूंगा।

Image credits: social media

देश की सियासत में बड़ा नाम चौधरी चरण सिंह

चौधरी चरण सिंह देश की सियासत में बड़ा नाम है। हर राजनीतिक दल उन्हें नमन करता है वह दो बार मुख्यमंत्री और एक बार देश के प्रधानमंत्री रहे हैं।
 

Image credits: Facebook

आखिरी वक्त में बैंक में केवल 470 रुपए

चौधरी चरण सिंह के व्यक्तित्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है लंबी राजनीतिक जीवन और प्रधानमंत्री पद पर रहने के बावजूद निधन के समय पर उनके खाते में केवल 470 रुपए थे।
 

Image credits: social media

Bharat Ratna 2024: कौन थे नरसिम्हा राव जिन्हें मिला भारत रत्न ?

रिपोर्ट: पाकिस्तान चुनाव में हुई ये गड़बड़ी तो मच जाएगी खलबली 

सरकार ने लॉन्च की सिर्फ ₹29 किलो में Bharat Rice, यहां से खरीदें?

क्या आने वाले साल पड़ेगी बेतहाशा गर्मी! क्या कहती है नयी स्टडी?