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2010 की कुख्यात फ्लैश दुर्घटना में केवल 36 मिनट की असफलता में अमेरिकी शेयर बाजारों से 300 करोड़ रुपये का सफाया हो गया था।
इस घटना के पीछे भारतीय मूल के एक व्यक्ति पर आरोप लगा था। इसे गणित विशेषज्ञ कहा जाता था। नविंदर सिंह सराओ नाम का यह शख्स एक व्यापारी था।
नविंदर सिंह सराओ ने कीमतों को कम करने के लिए एक सेल्फ प्रोग्राम के जरिए बाजार में हेरफेर किया था जिससे बाजार को दुर्घटना से उबरने में फायदा हुआ था।
नविंदर सिंह सराओ अपने घर से ही अकेले व्यापार करता था। उसने कुल 300 करोड़ रुपये कमाए थे। अमेरिका ने उस पर वायर धोखाधड़ी, कमोडिटी धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
नविंदर सिंह सराओ को 2015 में लंदन में हेरफेर के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। साराओ पर बाजार में धोखाधड़ी और बाजार में हेरफेर पर 22 आरोप लगाए थे।
नविंदर सिंह सराओ पर धोखाधड़ी और हेरफेर के जितने आरोप लगे हैं उसमें सरोओ के लिए 380 साल की सजा का प्रावधान बनता है।
अमेरिका में शिफ्ट किए जाने से पहले नविंदर सिंह सराओ चार महीने तक ब्रिटेन की जेल में था। सराओ को आखिरकार एक साल की घरेली नजरबंदी की सजा सुनाई गई।