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पीएम मोदी ने देश के सबसे बड़े समुद्री ब्रिज अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी न्हावा शेवा अटल सेतू का उद्घाटन किया। इस ब्रिज के बनने से मुंबई -नवी मुंबई के बीच की दूरी 20 मिनट में हो सकेगी।
अटल सेतु ब्रिज के बनने से मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा। मुंबई से पुणे गोवा और साउथ इंडिया की यात्रा भी सरल हो जाएगी।
अटल सेतु के निर्माण में करीब 18000 करोड़ की लागत आई है वही माना जा रहा है कि इसमें प्रतिदिन 70000 से ज्यादा वहां चलेंगे और यहां पर वाहनों की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे होगी।
अटल सेतु ब्रिज पर केवल चार पहिया वाहनों चलेंग। यहां बाइक ऑटो रिक्शा-ट्रैक्टर की अनुमति नहीं दी गई है। इसे बनाने में 177903 मैट्रिक स्टील 504253 मेट्रिक टन सीमेंट यूज किया गया है।
मुंबई और नवी मुंबई में मानसून में उच्च वेज वाली दवाओं का सामना करने के लिए विशेष तौर पर लाइटिंग बल्बडिजाइन किए गए हैं ताकि आने-जाने में लोगों को परेशानी ना हो।
अटल सेतु ब्रिज को बनाने के लिए 5403 मजदूर और इंजीनियरों ने दिन-रात एक एक कर दिए। रिपोर्ट्स बताती है कि परियोजना पर काम करने के दौरान सात मजदूरों की जान भी गई है।
समुद्र तल से 15 मीटर की ऊंचाई पर ब्रिज का निर्माण करना सबसे कठिन काम था इसलिए इंजीनियरों और श्रमिकों को समुद्री तल के अंदर से लगभग 47 मीटर तक खुदाई करनी पड़ी।
हाल में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने अटल सेतु ब्रिज से गुजरने वाले वाहनों के लिए 250 रुपए टोल राशि तय की है।
अटल सेतु ब्रिज भारत के विकास में अहम हिस्सा हैं। इस ब्रिज का करीब 16.5 किलोमीटर हिस्सा समुद्र के ऊपर और लगभग 5.5 किलोमीटर हिस्सा जमीन के ऊपर बना हुआ है।