रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से ओडिशा में समुद्र तट के पास व्हीलर द्वीप पर मिसाइल टेस्टिंग होनी थी जिसे कुछओं के बसेरों के कारण रोकना पड़ा।
समुद्र तट पर मिसाइल और हथियारों के परीक्षण, तेज आवाज और प्रकाश से कछुओं की प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इनकी प्रजाति विलुप्त न होने पाए इसलिए डीआरडीओ ने परीक्षण रोक दिया।
ओलिव रिडले समुद्री कछुए हर साल ओडिशा के समुद्री तट पर अंडे देने आते हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में ये कछुए यहीं अपना डेरा डाल लेते हैं।
ओलिव रिडले कछुए हजारों किमी दूर से ओडिशा के गंजम तट पर अंडे देने आते हैं। अंडों से जब बच्चे निकलते हैं तो वे उनके साथ समुद्र के रास्ते फिर वापस लौट जाते हैं।
ओलिव रिडले कछुए गोवा, तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश के कई समुद्र से होकर गुजरते हैं, लेकिन कभी भी वहां प्रजनन नहीं करते। ओडिशा तट पर ही वह प्रजनन करते हैं।
समुद्र तट पर जितनी दूर कछुओं का बसेरा रहेगा, उतनी दूर तक सेना के जवान उनकी सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे।
ओडिशा सरकार ने मछुआरों को 1 नवंबर से मई माह तक मछली पकड़ने पर रोक लगा दी है। कई बार मछली पकड़ने के दौरान मछुआरे कछुआ भी पकड़ लेते हैं और उसे बेचकर लाखों कमा लेते हैं।