News
सेम सेक्स मैरिज को सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कानूनी मान्यता देने से इनकार कर दिया।
दुनिया में 34 ऐसे देश हैं, जहां सेम सेक्स मैरिज को मान्यता प्राप्त है। करीबन 10 देशों में कोर्ट के जरिए और 22 देशों ने कानून बनाकर इसे वैध बनाया।
क्यूबा, स्विट्जरलैंड, कोस्टा रिका, ऑस्ट्रेलिया, एंडोरा, ऑस्ट्रिया, चिली, ताइवान, स्लोवेनिया, इक्वेडोर, बेल्जियम, ब्रिटेन और डेनमार्क में मान्यता।
कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, अर्जेंटीना, कोलंबिया, नीदरलैंड, साउथ अफ्रीका, जर्मनी, आयरलैंड, फ्रांस, न्यूजीलैंड में भी सेम सेक्स मैरिज को मान्यता।
फिनलैंड, आइसलैंड, लक्समबर्ग, पुर्तगाल, माल्टा, स्पेन, नॉर्वे, स्वीडन, उरुग्वे, मेक्सिको भी उन देशों में शामिल। यहां दुनिया की 17 फीसदी आबादी रहती है।
पिछले साल ही एंडोरा, स्लोवेनिया और क्यूबा ने सेम सेक्स मैरिज को मान्यता दी है।
यूएई, कतर, पाकिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान, मॉरिटानिया, सोमालिया और उत्तरी नाइजीरिया के कुछ हिस्सों में सेम सेक्स मैरिज पर सख्ती है।
युगांडा में समलैंगिकता अपराध है। आजीवन कारावास और फांसी की सजा तक का प्रावधान है। शरिया अदालतों में मौत की सजा।
समलैंगिक संबंधों पर अफ्रीका के 30 देशों में बैन है। 71 देशों में जेल की सजा का प्रावधान है।