Spirituality
आचार्य चाणक्य देश के महान विद्वान थे। उन्होंने अपने श्लोकों में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक टिप्स बताए हैं। चाणक्य ने भी बताया है कि महिलाओं में कुछ बुरी आदतें जन्म से ही होती हैं।
अनृतं साहसं माया मूर्खत्वमतिलोभिता।
अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणां दोषा: स्वभावजा:।।
अर्थ- झूठ बोलना, छल करना, बेवकूफी करना, लालच और निर्दयता ये औरतों के कुछ जन्मजात दुर्गुण हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, झूठ बोलना महिलाओं का नैसर्गिक अवगुण है। स्त्रियां झूठ इतनी सफाई से बोलती हैं को उसे पकड़ना आसान नहीं होता।
लोगों को धोखा देना स्त्रियों का स्वभाविक अवगुण हैं। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि स्त्रियां बिना सोचे-विचारे किसी को भी धोखा दे सकती हैं।
बिना सोचे-समझे कार्य करना बेवकूफी कहलाता है और स्त्रियां इसमें माहिर होती हैं। हालांकि बाद में महिलाओं को अपने किए पर पछतावा भी होता है।
धन का लालच भी महिलाओं में स्वभाविक तौर होता है। सोने के प्रति महिलाओं का खास लगाव रहता है। कईं बार ये लालच महिलाओं को गलत रास्ते पर भी ले जाता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, महिलाओं के स्वभाव में निर्दयता जन्म से ही होती है। कईं बार महिलाएं निर्दयता में पुरुषों को भी पीछे छोड़ देती हैं।