Spirituality

भंडारें में भोजन क्यों न करें, जानें क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने?

Image credits: Getty

हिंदू परंपरा का हिस्सा है भंडारा

हिंदू धर्म के अंतर्गत समय-समय पर कईं सामूहिक धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। इन आयोजनों के बाद भंडारे का आयोजन भी होता है। भंडारे में कोई भी व्यक्ति भोजन कर सकता है।

 

Image credits: facebook

गृहस्थ न करें भंडारे में भोजन

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के अनुसार, गृहस्थ लोगों को यानी जो लोग विवाहित हैं और नौकरी-व्यापार करते हैं, उन्हें भंडारे में भोजन नहीं करना चाहिए।
 

Image credits: facebook

किन लोगों के लिए होता है भंडारा?

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, भंडारे का आयोजन उन लोगों के लिए होता है जो संत हैं या जो लोग किसी भी तरह से अपना भरण-पोषण करने में समर्थ नहीं होते।

 

Image credits: Getty

इसलिए न करें भंडारे में भोजन?

जो लोग नौकरी-बिजनेस करके अपना भरण-पोषण करने में समर्थ हैं, उन्हें भंडारे में भोजन करने से बचना चाहिए, ऐसा करने से उनके पुण्य कर्म कम हो जाते हैं।
 

Image credits: Getty

ये है कारण

भंडारे का भोजन लोगों द्वारा दिए गए दान से तैयार किया जाता है और हिंदू धर्म में गृहस्थ लोगों को किसी से दान लेना निषेध माना गया है।

 

Image credits: Getty

ये उपाय करें

अगर कोई गृहस्थ भंडारे में भोजन कर ले तो उसे अपनी इच्छा अनुसार, उस भंडारे में कुछ न कुछ पैसों, अनाज या अन्य किसी चीज का दान अवश्य करना चाहिए।
 

Image credits: Getty
Find Next One