Spirituality
बागेश्वर बाबा यानी पंडित धीरेंद्र शास्त्री अक्सर अपने प्रवचनों के दौरान कई मजेदार किस्से सुनाते हैं। पिछले दिनों भोजन को लेकर उन्होंने ऐसा ही एक किस्सा सुनाया, जो इस प्रकार है…
शास्त्रीजी ने बताया कि ‘एक बार वे प्रवचन देने कलकत्ता गए थे। वे यात्रा में बाहर का कुछ खाते नहीं, इसलिए दिन भर के भूखे थे। जब वे कलकत्ता पहुंचे तो भूख से उनका बुरा हाल हो चुका था।’
बाबा ने बताया कि ‘कलकत्ता में एक मारवाड़ी सेठ ने उन्हें अपना अतिथि बनाया। जब बाबा उसके घर पहुंचें तो सेठ ने चाय के लिए निवेदन किया, लेकिन बाबा ने सीधे भोजन लाने को कहा।’
भोजन की बात सुनकर मारवाड़ी सेठ ने बाबा से उनकी पसंद पूछी तो उन्होंने पूड़ी बनाने को कहा। सेठ ने परिवार को महिलाओं को सब्जी, पूड़ी और दाल-चावल बनाने को बोल दिया।
जब भोजन की थाली बागेश्वर बाबा के सामने आई तो उसमें सिर्फ 3 पूड़ी थी और वे भी आकार में इतनी छोटी थी कि उन्होंने इसके पहले इतनी छोटी साइज की पूड़ी देखी ही नहीं थी।
बाबा दिन भर के भूखे थे तो उन्होंने भोजन करना शुरू किया और देखते ही देखते छोटी साइज की लगभग 80-85 पूड़ी खा गए। इतना खाने के बाद कहीं जाकर बागेश्वर बाबा की भूख शांत हो गई।