Spirituality

मिट्टी के घरौंदे के बिना अधूरा है लक्ष्मी पूजन,जानें महत्व

Image credits: our own

दिवाली पर क्यों बनाते हैं मिट्टी क घरौंदा ?

मिट्टी के घरौंदा के बिना दिवाली पूरी नहीं होती। भले शहर में ये रिवाज खत्म हो गया हो लेकिन गांवों में आज भी ये रिवाज लागू हैं। 

Image credits: our own

घर की बेटी ही तैयार करती है घरौंदा

मान्यता है,घर की बेटियां लक्ष्मी का रूप होती हैं और वही केवल मिट्टी का घरौंदा तैयार कर सकती हैं ताकि दिवाली रात्रि में माता लक्ष्मी और गणेश जी आराम कर सकें।

 

 

Image credits: our own

पश्चिम दिशा में होना चाहिए घरौंदा का मुख

लक्ष्मी-गणेश जी के लिए दिवाली की रात ठहरने के लिए घरौंदा बनाया जाता है। इसका मुख पश्चिम की तरफ होना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। 

 

 

Image credits: our own

घर की तरह घरौंदे को सजाएं

दिवाली पर घर की साफ-सफाई करने का रिवाज है, उसी तरह घरौंदे को भी अच्छी तरह सजाएं ताकि दिवाली पर भगवान प्रसन्न हो सकें। 

Image credits: our own

इलायची का लगाएं भोग

माना जाता है, अगर आप घरौंदे में लक्ष्मी-गणेश पूजन कर रहे हैं तो भोग इलायची का लगाना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धनवर्षा होती है। 

Image credits: our own

रंगोली बनाएं

मिट्टी के घरौंदे के बाहर रंगौली बनाएं और उसे दीयो और लाइटों से सजाएं। ऐसा करने से साल भर आपके घर में सुख-शांति बनी रहेगी। 

Image credits: our own

भगवान राम के अयोध्या वापस लौटने की खुशी

कहा जाता है, जिस दिन भगवान राम अयोध्या वापस लौटे थे, उस दिन अयोध्यावासियों ने घरौंदा बनाकर भगवान राम को आमंत्रित किया था, तभी ये मिट्टी का घरौंदा बनाने की प्रथा चली आ रही है। 

Image credits: our own
Find Next One