Spirituality
नमस्ते करना अभिवादन का सबसे आसान तरीका है। नारद पुराण के अनुसार, कुछ लोगों को नमस्ते नहीं करना चाहिए। इसके पीछे कईं कारण हैं। आगे जानिए किन लोगों को नमस्ते न करें…
जिस व्यक्ति को कोर्ट ने किसी अपराध में दोषी घोषित किया हो, ऐसे लोगों से नमस्ते नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हमारी इमेज पर भी निगेटिव असर हो सकता है।
नारद पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति सोया हो, उन्हें भी नमस्कार नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस अवस्था में लोग आपके नमस्ते का जवाब नहीं दे सकते।
यदि कोई व्यक्ति अपवित्र अवस्था में है जैसे शौच के लिए जा रहा हो या शौच से आ रहा हो तो उसे भी नमस्ते न करें। ऐसे में वह व्यक्ति असहज महसूस कर सकता है।
अगर को व्यक्ति तेजी से दौड़ता हुआ दिखाई दे तो उसे भी नमस्ते नहीं करना चाहिए। हो सकता है वह किसी मुसीबत में हो या किसी जरूरी काम से कहीं जा रहा हो।
यदि कोई व्यक्ति भगवान की पूजा-पाठ या मंत्र जाप में व्यस्त है तो उसे नमस्ते नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उसका ध्यान भंग हो सकता है, जो कि ठीक नहीं है।