Spirituality
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, मंदिर में जब आप भगवान के दर्शन करने जाएं तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें। ऐसा करने से प्रभु की कृपा आप पर बनी रहेगी। जानें कौन-सी हैं ये बातें
मंदिर हमेशा पवित्र अवस्था में जाना चाहिए। अपवित्र अवस्था में भूलकर भी मंदिर न जाएं। ऐसा करने से बुद्धि दूषित हो जाती है और भविष्य में इसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
जब आप मंदिर में भगवान की प्रतिमा के सामने पहुंचें तो दोनों हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर प्रणाम करें। ऐसा करते समय मन में भगवान के प्रति समर्पण का भाव होना चाहिए।
मंदिर में भगवान की प्रतिमा के सामने कभी भी पैर फैलाकर न बैठें। ऐसा करने से दोष लगता है। अगर बीमारी के कारण ऐसी स्थिति बने तो वहां ज्यादा देर न ठहरें, दर्शन कर तुरंत बाहर आ जाएं।
मंदिर में देव विग्रह के सामने किसी परिचित से इधर-उधर की बातें न करें। सिर्फ नमस्कार कर सकते हैं। इससे ज्यादा अगर किसी से बात करनी हो तो मंदिर से बाहर आ जाएं।
मंदिर में कभी भी कोई असत्य बात किसी से न बोलें। ऐसा करना महापाप माना गया है। जो लोग ऐसा करते हैं, उनके पुण्य नष्ट हो जाते हैं और भविष्य में उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।
मंदिर जाएं तो किसी से भी बुरा व्यवहार न करें। अगर दर्शन की लाइन में कोई आपको आगे-पीछे धकेल भी दे तो उसका प्रतिकार न करें। मंदिर में शांति मन से प्रभु विग्रह के दर्शन करें।
मंदिर में जाएं तो किसी के भी बारे में गलत यानी बुरे विचार मन में न लाएं। ऐसा करने से आपके पुण्य कर्म नष्ट हो सकते हैं। मंदिर में सिर्फ और सिर्फ भगवान का ही चिंतन करना चाहिए।