जब प्रेमानंद महाराज को घर ले जाने आए उनके पिताजी, फिर क्या हुआ?

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जब प्रेमानंद महाराज को घर ले जाने आए उनके पिताजी, फिर क्या हुआ?

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<p>वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो पिछले दिनों काफी तेजी से वायरल हुआ जिसमें वे अपने बचपन की बात लोगों को बता रहे हैं। आगे जानें क्या है उस वीडियो में…</p>

बाबा का वीडियो हो रहा वायरल

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो पिछले दिनों काफी तेजी से वायरल हुआ जिसमें वे अपने बचपन की बात लोगों को बता रहे हैं। आगे जानें क्या है उस वीडियो में…

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<p>वायरल वीडियो में प्रेमानंद बाबा बता रहे हैं कि 13 वर्ष की आयु में वे घर से भागे थे। काफी समय बाद जब उनके पिताजी को उनके बारे में पता चला तो वे ढूंढते हुए उनके पास आए।</p>

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13 साल की उम्र से घर निकले थे बाबा

वायरल वीडियो में प्रेमानंद बाबा बता रहे हैं कि 13 वर्ष की आयु में वे घर से भागे थे। काफी समय बाद जब उनके पिताजी को उनके बारे में पता चला तो वे ढूंढते हुए उनके पास आए।

 

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<p>पिताजी ने प्रेमानंद बाबा से कहा कि ‘अभी तुम बच्चे हो, तुम्हें समझ नहीं है। आगे चलकर अगर बुद्धि खराब हो गई या तुम कुमार्ग में गए और हमने सुन लिया तो हम स्वयं तुम्हें मार डालेंगे।’</p>

बुद्धि खराब नहीं होना चाहिए

पिताजी ने प्रेमानंद बाबा से कहा कि ‘अभी तुम बच्चे हो, तुम्हें समझ नहीं है। आगे चलकर अगर बुद्धि खराब हो गई या तुम कुमार्ग में गए और हमने सुन लिया तो हम स्वयं तुम्हें मार डालेंगे।’

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घर चलने के लिए भी कहा

प्रेमानंद बाबा के पिताजी ने ये उनसे ये भी कहा कि ‘तुम अगर घर चलना चाहो तो चल सकते हो। घर चलकर विवाह करो और भगवान का भजन करो, जैसा कि हम लोग करते हैं।’

 

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आचरण हीनता नहीं आनी चाहिए

प्रेमानंद बाबा ने बताया कि ‘पिताजी की बात सुनकर हमने कहां-आप मेरे बारे में कभी कुछ गलत नहीं सुनेंगे।’ पिताजी बोले ‘हमारी बात याद रखना जीवन में आचरण हीनता नहीं आनी चाहिए।’

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माता-पिता का संस्कारी होना जरूरी

प्रेमानंद बाबा ने कहा कि ‘हमारे माता-पिता अगर संयमी न होते और शासन करने वाले न हो होते तो हमारे संस्कार भी नहीं बनते। इसलिए माता-पिता का संस्कारी होना जरूरी है।’ 
 

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ऐसे होगा मनुष्य जीवन सार्थक

प्रेमानंद बाबा ने कहा कि ‘अगर आप (माता-पिता) संस्कार व धर्म युक्त है और परिवार में किसी ने भी आपसे वो ग्रहण कर लिए तो आपके पूरे परिवार का मनुष्य जीवन सार्थक हो सकता है।’
 

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