Spirituality
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों की हर जिज्ञासा शांत करते हैं। पिछले दिनों एक महिला ने उनसे श्रृंगार से संबंधित प्रश्न किया था, जानें महाराज श्री ने उसका क्या जवाब दिया…
प्रेमानंद महाराज के एक वीडियो में दिखाया है कि एक महिला ने उनसे सवाल पूछा कि ‘जो महिलाएं भगवद् मार्ग पर चल रही हैं, उनके लिए श्रृंगार करना उचित है या नहीं?’
सवाल सुनकर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘जो महिलाएं भगवद् मार्ग पर चल रही हैं, उन्हें आवश्यकता से अधिक श्रृंगार नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से शरीर के प्रति मोह बढ़ता है।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘अधिक श्रृंगार करने से मन में कामनाएं पैदा होती हैं, जिसका असर हमारे भक्ति पर भी पड़ता है। इस वजह से हम अपने मार्ग से भी भटक सकते हैं।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘भगवद् मार्ग पर चलने वाली महिलाओं को जितना जरूरी हो, उतना ही श्रृंगार करना चाहिए। इससे मन दूसरी ओर नहीं भटकेगा और भक्ति में लगा रहेगा।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ‘सुंदरता तो भक्ति और सत्यतता में है। आप भजन करो और संयम से रहो। इसके बाद आपके चेहरे पर जो तेज आएगा, वो इस श्रृंगार से कहीं अधिक सुंदर होगा।’