Spirituality
वृंदावन वाले प्रेमानंदजी महाराज अपनी साफगोई के चलते चर्चाओं में बने रहते हैं। एक बार सत्संग के दौरान एक महिला ने उनसे कहा ‘मेरी कमर में दर्द रहता है, आप कोई आशीर्वाद दे दीजिए।’
महिला की बात सुनकर बाबा ने कहा ‘ये जो कष्ट हैं ये तुम्हारे कर्मों का फल है, कोई आशीर्वाद इसे काट नहीं सकता। यदि तुम अच्छे कर्म करोगो तो ये कष्ट स्वत: ही नष्ट हो जाएंगे।’
बाबा ने कहा कि ‘यदि तुम बुरे कर्म करोगे तो किसी का भी आशीर्वाद तुम्हारे काम नहीं आएगा। कष्टों के छुटकारा चाहते हो तो राधा रानी का नाम जपो, माता-पिता की सेवा करो।’
बाबा ने कहा कि ‘अधिकांश लोग इसी भटकाव में जी रहे हैं कि किसी के आशीर्वाद से हमारे कष्ट दूर हो जाएंगे। ये कभी भी संभव नहीं होगा। ये सिर्फ अंधविश्वास है और कुछ नहीं।’
बाबा ने कहा ‘जैसे दिन के बाद रात आती है और फिर सुबह होती है, उसी तरह शारीरिक कष्ट भी जल्दी ही नष्ट हो जाते हैं। जीवन में कुछ भी स्थाई नहीं है। अच्छे कर्म करते रहो।’
बाबा ने कहा ‘ छोटी-छोटी समस्या को लेकर हम विचलित हो जाते हैं। ऐसा न करें, समस्या कभी स्थाई नहीं होती। शूरवीर योद्धा की तरह समस्याओं का सामना करें, विजय जरूर मिलेगी।’