क्या आप जानते हैं? भारत की पहली मेट्रो दिल्ली में नहीं, बल्कि कोलकाता में चली थी। यह ऐतिहासिक दिन था 24 अक्टूबर, 1984।
कोलकाता मेट्रो की योजना 1971 में बनाई गई।1 जून, 1972 को इसे मंजूरी मिली। 12 साल की मेहनत के बाद पहली मेट्रो लाइन तैयार हुई।
3.4 किलोमीटर की पहली मेट्रो लाइन ने एस्प्लानेड से भवानीपुर को जोड़ा। समय के साथ इसका विस्तार किया गया।
कोलकाता मेट्रो ने भारत में मेट्रो परिवहन की शुरुआत की। यह एशिया की पांचवीं और भारत की पहली मेट्रो प्रणाली बनी।
आज, दिल्ली मेट्रो देश का सबसे बड़ा नेटवर्क है। करीब 350 किलोमीटर में फैला हुआ, यह दिल्ली-NCR के कई शहरों को जोड़ता है। दिल्ली मेट्रो को राजधानी की लाइफलाइन कहा जाता है।
समय की बचत। ट्रैफिक जाम से राहत। पर्यावरण के अनुकूल। मेट्रो ट्रेनें अब देश के कई शहरों की जरूरत बन चुकी हैं।