फेफड़ों का कैंसर दुनिया में सबसे आम कैंसरों में से एक है। 2020 में, 22 लाख से अधिक नए मामलों के साथ यह कैंसर से संबंधित मौतों की प्रमुख वजह बना।
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इलाज में देरी का खतरा
इस कैंसर से होने वाली मौत का एक बड़ा कारण इलाज में देरी है।
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डायमंड फिंगर टेस्ट
क्या आप लंग्स कैंसर के जोखिम का पता लगाना चाहते हैं? करें डायमंड फिंगर टेस्ट। यह सरल और घर पर किया जा सकता है।
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टेस्ट का तरीका
डायमंड फिंगर टेस्ट करने के लिए अंगूठे और तर्जनी को एक साथ जोड़ें। यदि इनके बीच जगह न बने तो यह फिंगर क्लबिंग का संकेत है, यह लंग्स कैंसर की संभावना बताता है।
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फिंगर क्लबिंग क्या संकेत देता है?
कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर वाले 35% से अधिक व्यक्तियों में फिंगर क्लबिंग देखी गई है। यह फेफड़ों, हार्ट या पाचन तंत्र में समस्याओं का संकेत हो सकता है।
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लक्षणों के बारे में जानें
फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों में 3 सप्ताह से अधिक समय तक ठीक न होने वाली खांसी शामिल है। छाती में संक्रमण, सांस फूलना, खून की खांसी ओर भूख न लगना भी।
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अन्य लक्षण क्या हैं?
इसके अलावा यदि आपके चेहरे और गर्दन पर सूजन दिखे। गले में घरघराहट और कुछ निगलने में दिक्कत हो तो यह भी लंग्स कैंसर के संकेत हैं।
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कैंसर के कारण
फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारण धूम्रपान, प्रदूषण, और एस्बेस्टस के संपर्क में आना है। फैमिली हिस्ट्री और एचआईवी भी जोखिम कारक हैं।
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बचाव के उपाय
फेफड़ों के कैंसर से बचने के लिए धूम्रपान छोड़ना आवश्यक है। संतरे, कीनू, आड़ू, और गाजर जैसे खाद्य पदार्थ भी मदद कर सकते हैं।
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प्रदूषण से बचें
प्रदूषण के मौसम में मास्क पहनना फायदेमंद हो सकता है। अपनी सेहत का ध्यान रखें और रिस्क कम करें।