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NDA लीडर नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल की 9 शुरूआत कर दी है। पहले ही दिन 71 मंत्रियों का भारी भरकम मंत्रिमंडल के साथ कार्य की शुरूआत की है।
मोदी सरकार 3.0 में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान समेत कुल 30 कैबिनेट, 5 स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई।
शपथग्रहण के बाद प्रधानमंत्री समेत सभी मंत्री अपना-अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। आइये जानते हैं कि केंद्रीय मंत्रियों को सुविधाएं क्या मिलती हैं? सेलरी एलाउंस क्या मिलते हैं?
केंद्रीय मंत्रिपरिषद की सेलरी एवं एलाउंस मंत्री वेतन एवं भत्ते अधिनियम 1952 द्वारा निर्धारित होते हैं। मंत्रिपरिषद के वेतन और भत्ते समय-समय पर संसद द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
कैबिनेट मंत्री का मूल वेतन 01 लाख रुपए पर मंथ है। साथ ही सांसदों की तरह निर्वाचन क्षेत्र एलाउंस 70, 000 रुपए मिलता है। कार्यालय के लिए हर महीने 60,000 रु. मिलते हैं।
मंत्रिपरिषद में शामिल प्रधानमंत्री को 3,000, मंत्री को 2,000, राज्यमंत्री को 1,000 व उपमंत्री को 600 रुपये पर मंथ एक्सपेंस एलाउंस मिलता है।
इसके अलावा सत्कार भत्ता के रूप में 2,000 रुपए दिए जाते हैं। राज्य मंत्रियों को भी ये सब मिलता है। बस सत्कार भत्ता 1,000 रुपए मिलते हैं।
सभी मंत्रियों को संसद सदस्यों की तरह यात्रा भत्ता, फ्री ट्रेन यात्रा , स्टीमर पास, टेलीफोन और वाहन खरीदने के लिए एडवांस एमाउंट मिलता है। साथ ही बंगला, गाड़ी, सिक्योरिटी मिलती है।
मंत्रियों को पूर्व सांसद की तरह मंथली पेंशन मिलती है। हर 5 साल बाद 1500 रुपये इंक्रीमेंट होता है। मृत्यु होने पर पति या पत्नी को ताउम्र आधी पेंशन मिलती है।
मंत्रियों को सांसदों की ही तरह ट्रेन के AC फर्स्ट क्लास में फ्री यात्रा की छूट होती है। साथ में कोई सहायक या पत्नी हो तो सेकंड AC में यात्रा की छूट मिलती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को पेंशन और रेलयात्रा के साथ मेडिकल फेसलटीज भी फ्री होती हैं। कैबिनेट मंत्री की तरह राज्यमंत्री और स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री को भी ये सुविधाएं मिलती हैं।