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'कांटो वाले बाबा' का असली नाम रामचंद्र दास है। उनकी उम्र 65 वर्ष है। वह गोरखपुर के रहने वाले हैं।
'कांटो वाले बाबा' ने बचपन से ही हठ योग की शुरूआत की। वह पिछले 40 वर्षो से कांटों पर लेटने की साधना कर रहे हैं।
'कांटो वाले बाबा' अनोखी साधना करते हैं। वह कांटों पर लेटकर डमरू बजाते हैं।
'कांटो वाले बाबा' के मुताबिक, कांटों पर लेटना उनकी आध्यात्मिक साधना का हिस्सा है, न कि भीख मांगने का तरीका।
'कांटो वाले बाबा' के लिए यदि कांटों का अरेंजमेंट न हो सके तो वह अपनी धार्मिक यात्रा स्थगित कर देते हैं। एक बार वह इसी वजह से गंगा सागर नहीं गए।
'कांटो वाले बाबा' माघी पूर्णिमा तक महाकुंभ में रूकेंगे। उसके बाद वह मथुरा का रूख करेंगे। उनसे आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लग रही है।