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प्रयागराज महाकुंभ 2025 मेला इतना बड़ा होगा कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।
योगी सरकार के मुताबिक, प्रयागराज महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
महाकुंभ में नागा सन्यासी विशेष आकर्षण का केंद्र होते हैं। उनका जप-तप और धर्म के प्रति समर्पण अनोखा होता है।
महाकुंभ 2025 में किन्नर संन्यासी भी दिखाई देंगे, जो महाकुंभ का हिस्सा होंगे। उनके आशीर्वाद के लिए भी लोगों की भीड़ जुटती है।
अखाड़ों के महामंडलेश्वरों का वैभव, योगी संतों का योग, वैष्णव संतों का त्याग और दंडी संन्यासियों की तपस्या।
संगम की रेती पर कल्पवासियों की अद्भुत साधना भी लोगों लुभाती है।
प्रयागराज में 13 अखाड़े भाग लेंगे, जिनमें 15 लाख से अधिक संत मेला क्षेत्र में प्रवास करेंगे। ये संत जप-तप में लीन होकर श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग दिखाएंगे।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालु प्राचीन अक्षयवट वृक्ष के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त करेंगे, जिसे कॉरिडोर बनाकर और भी भव्य बनाया गया है।
कॉरिडोर बनने की वजह से बांध स्थित लेटे हनुमान जी के दर्शन-पूजन में भी कोई रुकावट नहीं होगी।
प्रयागराज को बसाने वाले महर्षि भरद्वाज का आश्रम भी श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करेगा। भरद्वाज आश्रम के कारिडोर में प्राचीनता और आधुनिकता का अद्भुत संगम होगा।