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पब्लिक सेक्टर की 3 प्रमुख बैंकों, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूको बैंक और केनरा बैंक ने फंड आधारित उधार दरों (MCLR) की मार्जिनल कास्ट में बढ़ोत्तरी की है, जो 10 और 12 अगस्त से लागू होगी।
इसका मतलब यह है कि कस्टमर्स और बिजिनेस दोनों के लिए उधार लेना थोड़ा अधिक महंगा हो जाएगा क्योंकि ये परिवर्तन विभिन्न लोन पीरियड्स को प्रभावित करेंगे।
बैंक ऑफ बड़ौदा 12 अगस्त से कुछ निश्चित ऋण अवधि के लिए अपनी संशोधित एमसीएलआर दरें लागू करेगा।
यूको बैंक 10 अगस्त से चयनित अवधि के लिए अपनी उधार दरों में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी करेगा।
इस बीच, केनरा बैंक 12 अगस्त से शुरू होने वाले सभी लोन पीरियड के लिए अपने MCLR में 5 आधार अंक की वृद्धि करेगा।
केनरा बैंक के लिए एक साल का MCLR, जो ऑटो और पर्सनल लोन को प्रभावित करता है, वो बढ़कर 9 प्रतिशत हो जाएगा।
MCLR रेट को बढ़ाने का निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा अपनी बेंचमार्क उधार दर को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखने के हालिया फैसले के बाद लिया गया है।