प्रेमानंद महाराज: श्राद्ध के अलावा इन उपायों से भी पितृ होते हैं खुश
Hindi

प्रेमानंद महाराज: श्राद्ध के अलावा इन उपायों से भी पितृ होते हैं खुश

श्राद्ध के अलावा क्या करें पितरों की प्रसन्नता के लिए?
Hindi

श्राद्ध के अलावा क्या करें पितरों की प्रसन्नता के लिए?

एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से सवाल पूछा कि श्राद्ध कर्म के अलावा कोई और भी ऐसा काम है। जिनके करने पर पितृ प्रसन्न होंगे और उनकी कृपा प्राप्त होगी।

Image credits: facebook
श्राद्ध से सिर्फ पितरों का पोषण
Hindi

श्राद्ध से सिर्फ पितरों का पोषण

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि श्राद्ध कर्म से सिर्फ पितरों का पोषण होता है। जैसे हम यहां से पिंड दान-पितृ तर्पण करते हैं तो वह जल और वस्तु उनको पोषण देती है। लेकिन प्रसन्नता नहीं।
 

Image credits: facebook
भजन करने से प्रसन्नता
Hindi

भजन करने से प्रसन्नता

वह कहते हैं कि पितरों को भजन करने से प्रसन्नता होती है। जितना हम भगवान का नाम जप करके पितरों को देते हैं। उनकी उतनी ही उन्नति होती है। 
 

Image credits: facebook
Hindi

धर्मानुष्ठान से पितरों की उन्नति

प्रेमानंद जी कहते हैं कि पितरों की उन्नति धर्मानुष्ठान से होती है। भागवत, गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करा दिया। खूब नाम कीर्तन और जप करके पितरों को दिया। उससे उनकी उन्नति होगी।
 

Image credits: facebook
Hindi

पोषण की वस्तु से उन्नति नहीं

वह कहते हैं कि खोया के लड्डू, तिल और पानी से पितरों का पोषण होगा। जो हम देवताओं और पितरों को अर्पित करते हैं। वह उनको प्राप्त होगा। यह पोषण की वस्तु है। इससे उनकी उन्नति नहीं होगी। 
 

Image credits: facebook
Hindi

भागवतिक अनुष्ठान से होता है परम मंगल

यदि पितृ लोक से परमात्मा लोक में जाना है तो उसमें भागवतिक अनुष्ठान काम करेगा। वह अपने पितरों को दिए जाते हैं। जिससे उनका परम मंगल होता है।

Image credits: facebook

अनिल अंबानी को भारी पड़ गईं ये ग​लतियां, अर्श से फर्श पर पहुंचा बिजनेस

Spam मैसेज से छुटकारा पाने का आसान तरीका, जानें कैसे करें सेटिंग

BCCI का सेक्रेटरी बन सकता है ये शख्स, जानें कितना है पॉवरफुल?

क्या हैं फिक्स्ड-डोज़ कॉम्बिनेशन दवाएं, क्‍यों नहीं करना चाहिए यूज?