प्रेमानंद महाराज ने क्यों लौटाया मानद उपाधि का प्रस्ताव? जानें

Utility News

प्रेमानंद महाराज ने क्यों लौटाया मानद उपाधि का प्रस्ताव? जानें

Image credits: facebook
<p>प्रेमानंद महाराज ने छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की तरफ से मानद उपाधि दिए जाने के प्रस्‍ताव को अस्‍वीकार कर दिया। </p>

प्रेमानंद जी का मानद उपाधि लेने से इंकार

प्रेमानंद महाराज ने छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की तरफ से मानद उपाधि दिए जाने के प्रस्‍ताव को अस्‍वीकार कर दिया। 

Image credits: facebook
<p>प्रेमानंद महाराज ने कहा कि राधारानी के भक्त की उपाधि के सामने सभी उपाधियां छोटी हैं। उपाधि देने का प्रस्‍ताव खुद कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव लेकर गए थे।</p>

प्रेमानंद महाराज ने कही ये बड़ी बात

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि राधारानी के भक्त की उपाधि के सामने सभी उपाधियां छोटी हैं। उपाधि देने का प्रस्‍ताव खुद कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव लेकर गए थे।

Image credits: facebook
<p>प्रेमानंद महाराज ने कहा, "हम उपाधि मिटाने के लिए ही साधु बने हैं। भगवान ने मुझे सबसे बड़ी उपाधि दी है।"</p>

उपाधि मिटाने के लिए बने साधु

प्रेमानंद महाराज ने कहा, "हम उपाधि मिटाने के लिए ही साधु बने हैं। भगवान ने मुझे सबसे बड़ी उपाधि दी है।"

Image credits: facebook

सांसारिक उपाधियां छोटी

प्रेमानंद जी ने कहा कि जगत की सबसे बड़ी उपाधि है 'मैं सेवक सचराचर रूप स्वामि भगवंत'। यानी मैं भगवान का दास हूॅं, इस उपाधि के सामने सभी सांसारिक उपाधियां काफी छोटी हैं।

Image credits: facebook

भगवान ने पहले ही दे रखी है सबसे बड़ी उपाधि

भगवान ने पहले से ही मुझे सबसे बड़ी उपाधि दे रखी है, उसे पाने के लिए छोटी उपाधियों को त्यागना पड़ता है। हम जिस उपाधिक की बात कह रहे हैं। उसके सामने यह बहुत छोटी है।
 

Image credits: facebook

दिया ये उदाहरण

उन्होंने सुरपति, नरपति, लोकपति जैसे उदाहरण देकर समझाया कि ईश्वर को कौन सी उपाधि दी जा सकती है। "जो मुझे उपलब्ध है वह ब्रह्मा को भी नहीं है।"

Image credits: facebook

कुलसचिव ने क्या कहा?

कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने बताया कि स्वामी जी ने प्रस्ताव को नकारते हुए कहा कि यह उनके आध्यात्मिक जीवन में मूल्यहीन है और एक सांसारिक बाधा है।

Image credits: facebook

फ्लाइट में कितना लेकर जा सकते हैं कैश, जानें प्लेन के ये 5 स्पेशल रूल?

यहां बिकती है दुल्हन, मां-बाप लगाते हैं बोली, मर्द चुनते हैं बीवी

मोबाइल हैकिंग से बचना है? जानें साइबर एक्सपर्ट के 7 टिप्स

क्‍या लोकल ट्रेन के टिकट में इंश्योरेंस का पैसा शामिल है? जानिए सच