Utility News

भारत में विधवा होने के बाद 'राजमाता'बनीं नेपाल राजघराने की ये प्रिसेंज

Image credits: Facebook

ग्वालियर घराने की बहू बनीं थीं नेपाली प्रिसेंज

आज हम नेपाल राजघराने की उस प्रिसेंज के बारे में बताने जा रहे हैं जो भारत में महारानी बनने के बाद विधवा हो गई। उसके बाद उन्हें राजमाता का दर्जा मिला। 

Image credits: Facebook

फोटो देखते ही मोहित हो गए थे माधव राव

नेपाल राजघराने की इस राजकुमारी की फोटो देखने के बाद इनके पति ने तमाम राजघरानों की राजकुमारियों की फोटो एक झटके में रिजेक्ट कर दी थी। 

 

Image credits: Facebook

शादी के पहले दोनों की नहीं हो पाई थी मुलाकात

इस राजकुमारी से मिलने के लिए इनके पति शादी से पहले ही बहुत आतुर थे, लेकिन उनकी यह तमन्ना सामाजिक मर्यादाओं की वजह से पूरी नहीं हो सकी। 

 

Image credits: Facebook

सीधे शादी के मंडप में हुई थी दोनों की भेंट

दोनों लोगों की पहली मुलाकात शादी के मंडप में सीधे हुई। शादी के बाद नेपाल घराने की राजकुमारी किरण राज लक्ष्मी भारत की बहू बनकर आ गई थीं।

 

Image credits: Facebook

ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का एम्स में हो गया देहांत

जी हां हम बात कर रहे हैं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां एवं ग्वालियर राजघराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया की। जिनका लंबी बीमारी के बाद 15 मई 2024 को निधन हो गया।

Image credits: Facebook

नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री की भतीजी थी माधवी राज

नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा की भतीजी माधवी की शादी 8 मई 1966 को माधव राव सिंधिया के साथ हुई थी। शादी से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था।

 

Image credits: Facebook

इसलिए बदल दिया गया था नाम

दरअसल, मराठी परंपरा के मुताबिक शादी के बाद नाम बदलने की परंपरा होती, जिसके बाद किरण राज्यलक्ष्मी से नाम बदलकर माधवीराजे सिंधिया रखा गया था।

 

Image credits: Facebook

नेपाल राजघराने भेजा था माधव राव की शादी का प्रस्ताव

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के सिंधिया राजघराने की बहू माधवी राजे की शादी का प्रस्ताव उनके  मायके नेपाल राजघराने से ही सिंधिया परिवार को भेजा गया था। 

 

Image credits: Facebook

ग्वालियर से ट्रेन से बारात लेकर गए थे माधव राव सिंधिया

माधवी राजे और माधव राव सिंधिया की शादी दिल्ली में हुई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राजीव गांधी के दोस्त माधवराव सिंधियां ट्रेन से ही ग्वालियर से बारात लेकर दिल्ली गए थे। 

 

Image credits: Facebook

दो बच्चों की मां थी राजमाता माधवी राज सिंधिया

शादी के बाद माधवी राजे ग्वालियर के जय विलास पैलेस में ही रहती थीं। माधवी राजे के दो बच्चे ज्योतिरादित्य सिंधिया और चित्रांगदा सिंह हैं। 

 

Image credits: Facebook

बेटे के राजा बनने के बाद मिला राजमाता का दर्जा

वर्ष 2001 में माधव राव की हवाई जहाज दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। 56 साल की उम्र में विधवा होने के बाद ज्योतिरादित्य महाराज बने। जिसके बाद वो राजमाता बनीं

 

Image credits: Facebook
Find Next One