Utility News

RBI की आ रही वेब सीरीज, 3 घंटे में 90 साल का इतिहास, जानें खास पहलू

Image credits: Twitter

RBI की वेब सीरीज में क्या होगा?

RBI Web series: देश में बैंकों का बॉस कहलाने वाला RBI अपने कामकाज और 90 साल के सफर पर एक वेब सीरीज लाने की योजना बना रहा है। यह वेब सीरीज 5 एपिसोड की होगी।

Image credits: Twitter

RBI ने मांगे ई-टेंडरिंग के लिए बोलियां

RBI के 90 साल पूरे होने के मौके पर वेब सीरीज के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए ई-टेंडर के जरिए बोलियां मांगी गई हैं। ऑफिसियल डाक्यूमेंट के मुताबिक वेब सीरीज 3 घंटे लंबी होगी।

Image credits: Twitter

कहां दिखेगी आरबीआई की वेब सीरीज

एक एपिसोड की अवधि 25-30 मिनट रखने का प्रस्ताव है। इसका प्रसारण टीवी चैनल या OTT प्लेटफॉर्म पर होगा।
 

Image credits: Twitter

RBI की वेब सीरीज में क्या होगा खास

RBI ने अप्रैल में अपनी स्थापना के 90 साल पूरे किए हैं। बैंक ने कहा कि 5 एपिसोड की इस सीरीज में देश की इकोनॉमी में केंद्रीय बैंक की अहम भूमिका के बारे में लोगों की समझ बढ़ाई जाएगी।

Image credits: Twitter

क्या है RBI का मकसद?

जिसका मकसद आम जनता के साथ आरबीआई के जुड़ाव को बढ़ावा दिया जा सके। इस वेब सीरीज में RBI के विजन और मिशन दोनों के बारे में बताया जाएगा।
 

Image credits: Twitter

RBI की स्थापना कब और कैसे हुई?

RBI देश का केंद्रीय बैंक है जो बैंकिंग नियामक है। यह सभी बैंकों के संचालन के लिए नियम बनाता है और उन पर निगरानी रखता है। आरबीआई ही ब्याज दरें तय करता है।

 

Image credits: Twitter

देश में 1 अप्रैल 1935 से काम कर रहा RBI

RBI की स्थापना ब्रिटिश काल में सन 1934 में हुई थी। हिल्टन यंग कमीशन की सिफारिशों के आधार पर देश की मुद्रा और ऋण को नियंत्रित करने के लिए रिजर्व बैंक का गठन किया गया था।

 

Image credits: Twitter

आरबीआई के मुख्य कार्य प्रमुख क्याें में एक नोट छापना

 आरबीआई के पास नोट छापने का एकाधिकार है। आरबीआई एक रुपये के नोट (केवल वित्त मंत्रालय द्वारा जारी) को छोड़कर सभी प्रकार के नोट जारी करता है।

Image credits: Twitter

दूसरा बैंकों के लिए नियम बनाना

RBI भारत सरकार और देश के बैंकों के लिए नियम बनाता है, साथ ही ब्याज दरें भी निर्धारित करता है।

Image credits: Twitter

तीसरा विदेशी मुद्रा भंडार का नियंत्रण

 RBI देश के विदेशी मुद्रा भंडार का संरक्षक है। यह देश की विदेशी मुद्रा दर को स्थिर रखने के उद्देश्य से विदेशी मुद्राओं की खरीद और बिक्री करता है।

 

Image credits: Twitter
Find Next One