क्लास 6-8 के बच्चों के लिए बैगलेस डे, जाने नई गाइडलाइन और इसके फायदे
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क्लास 6-8 के बच्चों के लिए बैगलेस डे, जाने नई गाइडलाइन और इसके फायदे

क्या है बच्चों के लिए सरकार की ये लेटेस्ट स्कीम?
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क्या है बच्चों के लिए सरकार की ये लेटेस्ट स्कीम?

क्लास 6 से 8 तक के बच्चों के लिए बैगलेस डे के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसका उद्देश्य बच्चों को तनाव मुक्त और आनंदमय शिक्षा प्रदान करना है। जानें इस नई पहल के बारे में।

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NCERT ने कब जारी की गाइडलाइन
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NCERT ने कब जारी की गाइडलाइन

नेशनल काउंसिल ऑफ एजूकेशन एंड ट्रेनिंग (NCERT) की इकाई PSS सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल एजूकेशन द्वारा डेवलप ये गाईडलाइन NEP2020 की चौथी वर्षगांठ पर जारी किए गए हैं।
 

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बैगलेस स्कूल के पीछे क्या है सरकार का मकसद?
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बैगलेस स्कूल के पीछे क्या है सरकार का मकसद?

गाइडलाइन में कहा गया है कि 10 बैगलेस डे के पीछे का विचार क्लास 6-8 तक की शिक्षा की मौजूदा अध्ययन योजना के अलावा उन्हें टीचिंग और लर्निंग की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बनाना है।

 

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बच्चों को भविष्य में क्या होगा फायदा?

इससे न केवल किताबी ज्ञान और एप्लीकेशंस के बीच की लिमिट कम होंगी, बल्कि बच्चों को वर्किंग एरिया में स्किल रिक्वायरमेंट्स से भी परिचित कराया जाएगा, जिससे उन्हें करियर में मदद मिलेगी।
 

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10-डे बैगलेस पीरियड में कौन कर सकता है पार्टिसिपेट?

बता दें कि NEP, 2020 में सिफारिश की गई है कि कक्षा 6-8 के सभी छात्रों को 10-डे बैगलेस पीरियड में भाग लेना चाहिए। इससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास होगा। 

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बैगलेस डे में क्या करेंगे बच्चे?

सभी छात्र कक्षा 6-8 के दौरान एक रिक्रिएशन कोर्स लेंगे, जो राज्यों और लोकल कम्युनिटी द्वारा तय किए गए लोकल स्किल की रिक्वायरमेंट के अनुसार तय किए गए बिजिनेस स्किल में हिस्सा लेंगे।

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दो या तीन स्लॉट रखे जा सकेंगे बैगलेस डे

गाइड लाइन के मुताबिक वार्षिक कैलेंडर में 10 बैगलेस डे की एक्टिविटीज का कोई भी नंबर एडेस्ट किया जा सकता है। लेकिन 2 से 3स्लॉट रखना ही उचित है। सभी सब्जेक्ट टीचर्स शामिल हो सकते हैं।

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NCERT की गाइडलाइन में शामिल एक्टिविटीज में क्या-क्या शामिल है?

इसमें सब्जी मंडियों का सर्वे, चैरिटी वर्क, पालतू जानवरों की देखभाल पर सर्वे, पोर्ट्रेट, पतंग बनाना, पुस्तक मेले का आयोजन, बरगद के नीचे बैठना,  सोलर एनर्जी पार्कों का दौरा शामिल है।

 

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