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TCS ने वित्त वर्ष 2023 में 14,604 करोड़ टैक्स पेमेंट किया, जिससे यह रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी टैक्सपेयर कंपनी बन गई। जानिए अन्य टॉप टैक्सपेयर्स कौन हैं?
एशिया के सबसे अमीर मुकेश अंबानी फॉर्च्यून 500 कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। 19.68 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैपिटलाईजेशन के साथ ये कंपनी देश का सबसे बड़ा ग्रुप है।
फाईनेंसियल ईयर 2023 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सरकार को 20,713 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स का पेमेंट किया, जिससे मुकेश अंबानी देश में सबसे अधिक टैक्स पेयर बन गए।
रिलायंस के बाद दूसरे और तीसरे सबसे बड़े टैक्स पेयर क्रमशः SBI और HDFC बैंक हैं। पिछले फाईनेंसियल ईयर में SBI ने इनकम टैक्स के रूप में 17,649 करोड़ का पेमेंट किया।
HDFC बैंक, जिसके अंशकालिक अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक अतनु चक्रवर्ती हैं, ने इनकम टैक्स के रूप में 15,350 करोड़ रुपये का पेमेंट किया।
TATA कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया और 14,604 करोड़ टैक्स चुकाया। अध्यक्ष रतन टाटा के नेतृत्व में कंपनी लगातार देश की आर्थिक विकास में योगदान दे रही है।
देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी ICICI बैंक ने वित्त वर्ष 2023 के लिए 11,793 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया। 2018 में संदीप बख्शी ने चंदा कोचर से CEO का पदभार संभाला।
IT सेक्टर की प्रमुख कंट्रीब्यूटर इन्फोसिस है, जिसने पिछले साल 9,214 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया था। NR नारायण मूर्ति की कंपनी इन्फोसिस दुनिया के 56 से अधिक देशों में काम कर रही है।
दिलचस्प बात यह है कि अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी देश के टॉप 10 टैक्सपेयर्स में नहीं हैं, क्योंकि भारत में कॉर्पोरेट टैक्स मार्केट कैपिटलाईजेशन के बजाय मुनाफे पर लगाया जाता है।
जबकि अडानी समूह के पास पर्याप्त मार्केट कैपिटलाईजेशन है, यह मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज या अन्य टॉप कंपनियों के समान लाभ नहीं कमाता है।