नई दिल्ली: पाकिस्तान का भारतीय हाई कमिश्नर को वापस लौटने का फरमान सुनाया है। इसके अलावा दिल्ली से अपने उच्चायुक्त को भी वापस बुला लिया है। इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक रिश्ता भी निलंबित कर दिया है। 

पाकिस्तानी मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने बुधवार को यह दोनों बड़े फैसले लिए। हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बयान जारी करके बताया है कि 'हमारे उच्चायुक्त अब नई दिल्ली में नहीं होंगे और यहां उनके हाई कमिश्नर को भी वापस भेजा जाएगा। 

पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में कश्मीर पर कब्जे के लिए विशेष दर्जे को भारत के सदमे निर्णय के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित किया गया था। 

इस फैसले से पहले इमरान सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि अगर भारत, हमसे (पाकिस्तान) से बातचीत करने में दिलचस्पी नहीं रख रहा है तो उनका राजदूत यहां क्यों है? फवाद ने कहा कि हमें उनसे कूटनीतिक रिश्ते भी तोड़ लेने चाहिए। जिसके बाद पाकिस्तान ने आधिकारिक रुप से फवाद चौधरी की बात पर अमल किया। 

इसके अलावा कश्मीर पर भारत के फैसले से बौखलाए पाकिस्तान ने अपने हवाई मार्गों में भी बदलाव किया है। पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस को भी आंशिक रूप से बंद कर दिया है। इसके अलावा विदेशी विमानों के पाकिस्तान में उड़ान की ऊंचाई भी बढ़ा दी गई है। 

 

 पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने एक नोटिस जारी किया है, जिसके मुताबिक वहां के एयरस्पेस 6 अगस्त से 5 सितंबर यानी एक महीने के लिए लिए बंद रहेंगे। इसके अलावा  पाकिस्तान की एयरलाइन्स के हवाई मार्गों में भी बदलाव किए हैं। इनमें खासतौर पर लाहौर क्षेत्र के एयरलाइन्स शामिल हैं। विमानों के उड़ान की न्यूनतम ऊंचाई को भी बढ़ाया गया है। 

नए निर्देशों के मुताबिक लाहौर में विदेशी विमानों को 46 हजार फीट से नीचे उड़ने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा अफगानिस्तान से उड़ान भरने वाले जहाजों को वैकल्पिक मार्गों के इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है। 

पाकिस्तान ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी अपना एयरस्पेस बंद किया था, जिसे बाद में 16 जुलाई को खोला गया था।