Asia Power Index: कोरोना ने रैंक पर असर डाला; फिर भी भारत एशिया की चौथी सबसे बड़ी महाशक्ति

By Team MyNation  |  First Published Dec 13, 2021, 4:35 PM IST

सिडनी के लोवी इंस्टिट्यूट( Lowy Institute) ने एशिया पावर इंडेक्‍स 2021 में भारत को चौथा स्थान मिला है। बेशक कोरोना महामारी(corona pandemic) के चलते भारत की रैकिंग में 5% की गिरावट दर्ज की गई, फिर भी यह अन्य मामलों में कई देशों से अधिक ताकतवर बनकर उभरा है।

नई दिल्ली. लोवी इंस्टीट्यूट (Lowy Institute) ने एशियन पॉवर इंडेक्स 2021 टाइटिल से रिपोर्ट जारी की है। इसमें भारत को एशिया का चौथा पावरफुल देश माना गया है। हालांकि कोरोना महामारी (corona pandemic) के चलते एशिया की दो बड़ी ताकतों चीन और भारत का हिंद और प्रशांत महासागर में प्रभाव थोड़ा कम हुआ है। लेकिन भारत अन्य मामलों में अधिक प्रभावशाली बनकर सामने आया है।

भारत की स्थिति

2020 में अपनी समग्र स्थिति(overall position) की तुलना में भारत की रैंकिंग में 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। कुल अंकों में से भारत 2020 के अंक से दो अंक पीछे है। हालांकि ऐसा सिर्फ भारत के साथ नही है, अन्य एशियाई देशों के अंक में भी गिरावट देखी गई है। भारत आर्थिक क्षमता, सैन्य क्षमता, रक्षा क्षमता और सांस्कृतिक प्रभाव के मामले में एशिया में चौथे स्थान पर है। देश की स्थिरता में आड़े आने वाले खतरों को रोकने की क्षमता के मामले में भी देश चौथे स्थान पर है।

कोरोना महामारी से पड़ा असर

अपने भू-राजनीतिक हितों(economic actions) और आर्थिक गतिविधियों(geopolitical interests ) पर को बचाए रखने के मामले में भारत देश तीसरे स्थान पर था। भारत ने सैन्य नेटवर्क में खुद को सातवें स्थान पर पाया। भारत आर्थिक नेटवर्क में भी आठवें स्थान पर खिसक गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कोविड -19 महामारी ने भारत सहित विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को काफी प्रभावित किया है।

अमेरिका ने रफ्तार पकड़ी

भारत और चीन का बाहरी दुनिया में प्रभाव कम हुआ है, जबकि अमेरिका ने अपनी पकड़ मजबूत की है। इंडेक्स के आठ में से छह पॉइंट्स में अमेरिका ही सबसे ज्यादा मजबूत है। इंडेक्स में शीर्ष 10 देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान, भारत, रूस, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और थाईलैंड शामिल हैं। विकास के मामले में, अमेरिका ने दो प्रमुख रैंकिंग में चीन को पछाड़ते हुए सुधार किया है। भारत-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति के मामले में चीन पिछड़ने वाला पहला देश है। रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान, संयुक्त राज्य अमेरिका और सिंगापुर में 2030 तक सबसे बड़ी आर्थिक वृद्धि होने की संभावना है।

इंडेक्स में अमेरिका टॉप पर

अमेरिका इंडेक्स में 82.2 स्कोर के साथ पहली रैंक पर है। चीन 74.6 स्कोर के साथ दूसरी रैंक पर है, जापान 38.7 स्कोर के साथ तीसरी रैंक पर है। भारत 37.7 स्कोर के साथ चौथी रैंक पर है। इसके बाद क्रमश: रूस-33.0, ऑस्ट्रेलिया-30.8, साउथ कोरिया-30.0, सिंगापुर-25.2, इंडोनेशिया-19.4 और थाइलैंड का नंबर 19.2 स्कोर के साथ दसवें नंबर पर आता है।
 

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