राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बागी नेताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे एक पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री, तीन पूर्व जिला अध्यक्ष, पूर्व महासचिव, पूर्व सचिव और नौ पूर्व विधायकों सहित 28 नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
जयपुर—राजस्थान में हो रहे विधानसभा चुनाव में टिकट बटवारे के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों में बागी नेताओं की तादाद लगातार बढती जा रही है। ताजा मामला कांग्रेस का है जिसने बगावत करने वाले कई नेताओं पार्टी से बाहर कर दिया है।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बागी नेताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे एक पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री, तीन पूर्व जिला अध्यक्ष, पूर्व महासचिव, पूर्व सचिव और नौ पूर्व विधायकों सहित 28 नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अधिकृत प्रत्याशी के विरूद्व चुनाव लड़ने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण इन नेताओं को पार्टी से निकाला गया है ।
बयान में कहा गया है कि जिन लोगों को निकाला गया है उनमें पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री एवं खंडेला से अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे महादेव सिंह खण्डेला, करणपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष पृथ्वीपाल
सिंह संधू, बूंदी के पूर्व जिला अध्यक्ष सी एल प्रेमी, किशनगढ के पूर्व जिलाध्यक्ष नाथूराम सिनोदिया, पूर्व चेयरमेन राजस्थान घुमंतू—अद्र्घुमंतू बोर्ड गोपाल केसावत सहित 28 नेता शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि इन सभी नेताओं को पार्टी से 6 वर्ष के लिये निष्कासित किया गया है ।