सिंगर सोनू निगम का कहना है वह देश में बढ़ रहे रोष से चिंतित हैं और चाहते हैं कि लोग मुस्कुराएं और धैर्य बनाए रखें।
सिंगर सोनू निगम का कहना है वह देश में बढ़ रहे रोष से चिंतित हैं और चाहते हैं कि लोग मुस्कुराएं और धैर्य बनाए रखें। हाल ही में सोनू निगम ने एक मीडिया सम्मेलन में अनु मलिक का समर्थन किया था। जिसमें सोनू ने कहा कि, जो सम्माननीय महिला ट्विटर पर ऊटपटांग बातें कर रही हैं, वह एक ऐसे व्यक्ति की पत्नी हैं जिन्हें मैं बेहद करीब मानता हूं। हालांकि वह इस संबंध को भूल चुकी हैं। मैं शिष्टाचार बनाए रखना चाहूंगा। (सोनू यहां सोना महापात्रा की बात कर रहें हैं।)
इस पर गायिका सोना महापात्रा ने मलिक को ‘लगातार उत्पीड़न’ करने वाला व्यक्ति बताया था। इस पर सफाई देते हुए सोनू ने कहा कि, मैं देश के आक्रोश को लेकर काफी चिंतित हूं। शिष्टाचार की आवश्यकता है। जिस तरह की भाषा का उपयोग लोग करते हैं वह आश्चर्यजनक है। जैसी भाषा का इस्तेमाल उन्होंने (सोना) किया उसमें बहुत द्वेष था। मैंने अपने हर बयान में मर्यादा बनाए रखी। हमें मुस्कुराने और संयम रखने की जरूरत है।
इस बारे में सोनू ने कहा कि जब मुझे कुछ कहना होगा तो मैं वह कहूंगा जिस पर मुझे विश्वास है। मैं सच कहूंगा, आंख के बदले आंख... यह मेरा चीजों से निपटने का तरीका नहीं है। इससे केवल मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या), रोड रेज (सड़क पर चालकों द्वारा हिंसक रोष व्यक्त करना) जैसी घटनाएं ही होती हैं।
गौरतलब है कि सोनू ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वह पाकिस्तान से होते तो उन्हें भारत में काम करने के अधिक अवसर मिलते। हालांकि बाद में इस बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा था कि यह बयान उन्होंने संगीत जगत में मौजूदा रॉयल्टी के संदर्भ में दिया था।