लंग्स मसल्स होते हैं मजबूत
एक्सपर्ट मानते हैं कि दिन में 1 से 2 बार शंख बजाने से लग्स यानी कि फेफड़ों को बहुत फायदा पहुंचता है। जब शंख बजाया जाता है तो फेफड़ों की मसल्स फैलती हैं और उन्हें मजबूती मिलती है। मसल्स को स्ट्रेंथ मिलने से ये कमजोर नहीं पड़ती है और ऑक्सीजन भी आसानी से फ्लो करती है। अगर आप रोजाना शंख बजाने का अभ्यास करते हैं तो कुछ दिनों में फेफड़ों को फायदा पहुंचता शुरू हो जाता है।
फेस मसल्स टोनिंग के लिए शंख
आपने देखा होगा कि जब शंख बजाया जाता है तो इससे न सिर्फ आपके फेफड़ों को काम करना पड़ता है बल्कि चेहरा भी लाल हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जब शंख बजाया जाता है तो चेहरे की मसल्स भी वर्क करती हैं। फेस में ब्लड फ्लो भी बढ़ जाता है। अगर आप नियमित रूप से शंख बजाते हैं तो आपके चेहरे में चमक आ जाती है। फेस मसल्स को टोन करने के लिए भी रोजाना शंख बजाने का अभ्यास किया जा सकता है।
बाउल मूवमेंट होता है बेहतर
शंख बजाने से शरीर के एक नहीं बल्कि कई हिस्सों की एक्सरसाइज एक साथ होती है। शंख बजाने पर न सिर्फ फेफड़े, चेहरे बल्कि पेट पर भी जोर महसूस होता है। यह कहा जा सकता है कि शंख बजाने से पेट यानी डायफ्राम की मसल्स में भी खिंचाव पैदा होता है। शंख बजाने से रेक्टल मसल्स, प्रोस्टेट, यूरीनरी ट्रेक्ट, नेक मसल्स टोंड होते हैं। जिन लोगों को खाना पचने में समस्या रहती है उन्हें भी शंख नाद रोजाना करना चाहिए।