15 अगस्त को प्लान करें 5 दिनों की ट्रिप
15 अगस्त 2024 को देश 78वां स्वतंत्रता दिवस (Independece Day 2024) मनाएगा। देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलाने के लिए सैकेड़ों वीर सपूतों ने जान न्योछावर कर दी। भगत सिंह से लेकर महात्मा गांधी तक के योगदान को आज भी याद किया जाता है। 15 अगस्त 1947 को मिली आजादी का जश्न पूरे देश में मनाया जाता है। ऐसे में अगर आप भी देशभक्ति के रंग में सराबोर होना चाहते हैं और देश की आजादी से जुड़ी चीजों को जानने में दिलचस्पी रखते हैं तो इन जगहों को घूमना न भूलें। लाल किला वाघा बॉर्डर तो हर कोई जाता है लेकिन आप 15 से 19 अगस्त तक लॉन्ग वीकेंड में शानदार ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
1) अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग
इतिहास से लेकर भविष्य तक कोई भी हिंदुस्तानी जलियांवाला बाग के नरसंहगार को नहीं भूल सकता। जब 13 अप्रैल, 1919 को जनरल डायर के आदेश पर अंग्रेज सैनिकों ने निहत्थों और बेकसूर लोगों पर गोलियां बरसाई थीं। इस कांड ने पूरे देश की नींदे उड़ा रही थी और यही से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को हवा मिली थी। यहां पर जान गंवाने वाले लोगों की याद में स्मारक का निर्माण किया गया है जो हर देशवासी को उनके बलिदान की याद दिलाता है।
2) अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम
साबरमती आश्रम महात्मा गांधी का घर था और भारत की स्वतंत्रता के लिए उनकी शांतिपूर्ण लड़ाई का केंद्र था। यहीं से गांधी ने 1930 में प्रसिद्ध दांडी मार्च की शुरुआत की थी, जिसने ब्रिटिशर्स के विरोध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज, आश्रम एक ऐसी जगह है जहाँ लोग गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका के बारे में जानने आते हैं। वहीं ये आजादी के कई किस्सों को भी प्रदर्शित करता है।
3) कोलकाता स्थित विक्टोरिया महल
कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण महारानी विक्टोरिया के शासनकाल की याद दिलाता है,समय के साथ ये ब्रिटिश शासन का प्रतीक बन गया। कई मीडिया रिपोर्ट्स बातीत है कि एक वक्त था जब कोलकाता क्रांतीकारियों गतिविधियों का केंद्र हुआ करता था। जहां से निकले सुभाष चंद्र बोस,अरविंदों बोष ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विक्टोरिया मेमोरियल एक संग्रहालय है जो भारत के अतीत के इतिहास और स्वतंत्रता की कहानियों को दर्शाता है।
4) उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ
उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ शहर का स्वतंत्रता की लड़ाई में प्रमुख स्थान है। यहीं से पहली बार 1857 में स्वतंत्रता संग्राम का विद्रोह शुरू हुआ था। ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ भारतीय सैनिकों ने यही से विद्रोह की शुरुआत की थी,जो बाद में जाकर कई जगहों पर फैल गया था हालांकि ये चिंगारी सफल नहीं हो पाई। मेरठ को आज भी टिश शासन के खिलाफ भारत की पहली महत्वपूर्ण लड़ाई को प्रज्वलित करने वाली चिंगारी के रूप में याद किया जाता है।
5) मुंबई स्थित अगस्त क्रांति मैदान
मुंबई स्थित अगस्त क्रांति मैदान,जिसे पहले गोवालिया टैंक मैदान के नाम से जाना जाता था। यहां पर महात्मा गांधी ने 8 अगस्त, 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की थी। इस आंदोलन ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने का आह्वान किया और यह स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण बिंदु बन गया। यह मैदान एक ऐतिहासिक स्थल है,जो पर्यटकों को स्वतंत्रता के लिए शक्तिशाली आह्वान की याद दिलाता है।