पीएम नरेन्द्र मोदी 23 सितम्बर को वाराणसी पहुंच रहे हैं। अपने संसदीय क्षेत्र के 42वें दौरे में मोदी पूर्वांचल के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास करेंगे, जो भगवान शिव की थीम पर बनने जा रहा है।
वाराणसी के गंजारी में यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम 451 करोड़ की लागत से बनने जा रहा है। प्रोग्राम में सचिन तेंदुलकर के अलावा सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री भी मौजूद रहेंगे।
गंजारी में बनने वाला स्टेडियम भगवान शिव से जुड़ी वस्तुओं की थीम पर बनाया जा रहा है। यह अपने आपमें एक अनूठा स्टेडियम होगा। इस स्टेडियम के बनने से आम लोगों के अलावा क्रिकेटरों में भी काफी उत्साह है। वाराणसी के लोगों में इसको लेकर काफी चर्चा है। जाहिर सी बात है कि आने वाले समय में वाराणसी में बड़े आयोजन होंगे। जिससे क्षेत्र के विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी।
स्टेडियम के बाहर विशाल त्रिशूल का निर्माण कराया जा रहा है, उन्हीं त्रिशूलों पर फ्लड लाइट लगाई जाएंगी। स्टेडियम को बनाने के लिए 2 साल का लक्ष्य तय किया गया है। स्टेडियम की छत को अर्धचंद्र की तरह बनाया जाएगा। स्टेडियम के प्रवेश द्वार और आसपास घाट की सीढ़ियां और लाऊंज़ को डमरू के आकार की तरह दर्शाया जाएगा।
ध्यान देने की बता यह है कि स्टेडियम की मुख्य बिल्डिंग बिल्कुल भगवान शिव के डमरू की तरह बन रही है। स्टेडियम में 7 पिच, कमेंटेटर बॉक्स, खेल मैदान, प्रैक्टिस नेट, लाऊंज़, प्रेस गैलरी होगी। मुख्य मैदान के बाहर भी एक अतिरिक्त छोटा ग्राउंड होगा। पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
स्टेडियम का एंट्री प्वांइट बेलपत्र की तरह बन रहा है। दरअसल, वाराणसी को भगवान शिव की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यही वजह है कि वाराणसी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को यह रूप दिया जा रहा है।
स्टेडियम में काशी की संस्कृति और शिव की झलक दिखेगी। बनकर तैयार होने के बाद यह स्टेडियम काफी आकर्षक लगेगा। स्टेडियम के लिए भूमि आवंटित हो चुकी है। 30.6 एकड़ भूमि में बनने वाले इस स्टेडियम में करीबन 30 हजार दर्शकों के बैठने की कैपिसिटी होगी।