नया मीट सर्टिफिकेट! जानिए कौन ले सकता है मल्हार सर्टिफिकेशन?

Malhar Pramanpatra: महाराष्ट्र में लॉन्च हुआ मल्हार सर्टिफिकेशन! जानें, झटका मीट दुकानों के लिए इस सर्टिफिकेट की प्रक्रिया, फायदे और विवाद से जुड़ी पूरी जानकारी।

क्या है मल्हार सर्टिफिकेशन?

महाराष्ट्र में हाल ही में एक नया प्रमाणपत्र जारी किया गया है, जिसे मल्हार सर्टिफिकेशन कहा जा रहा है। यह प्रमाणपत्र झटका मीट (Jhatka Meat) की दुकानों के लिए लागू किया गया है, जिसे महाराष्ट्र सरकार के मत्स्य पालन मंत्री और बीजेपी नेता नितेश राणे द्वारा 10 मार्च को लॉन्च किया गया।

मल्हार सर्टिफिकेशन: महाराष्ट्र की नई पहल

इस पहल का मुख्य उद्देश्य झटका मीट बेचने वाली हिंदू व्यापारियों की दुकानों को प्रमाणित करना है, ताकि उपभोक्ताओं को बिना मिलावट और पारंपरिक तरीके से तैयार किया गया मीट मिल सके। इस प्रमाणपत्र को प्राप्त करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया गया है - MalharCertification.com

किन लोगों को मिलेगा मल्हार सर्टिफिकेशन?

मल्हार सर्टिफिकेशन केवल हिंदू मीट व्यापारियों को ही दिया जाएगा, जो झटका मीट का व्यापार करते हैं। यह हलाल सर्टिफिकेशन की तरह ही एक प्रमाणपत्र होगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि मीट पारंपरिक हिंदू तरीके से तैयार किया गया है। अगर कोई व्यापारी इस सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करना चाहता है, तो उसे MalharCertification.com वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद, उन्हें मल्हार प्रमाणपत्र दिया जाएगा।

मल्हार सर्टिफिकेशन कैसे मिलेगा?

यदि आप एक हिंदू व्यापारी हैं और झटका मीट की दुकान चला रहे हैं, तो मल्हार सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होगी:

1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं – MalharCertification.com

2. रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें – आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें। 

3. वेरिफिकेशन प्रोसेस – आपके द्वारा दी गई जानकारी का सत्यापन किया जाएगा। 

4. प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा – सफल सत्यापन के बाद आपको मल्हार सर्टिफिकेट प्राप्त होगा।

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मल्हार सर्टिफिकेशन और हलाल सर्टिफिकेशन में अंतर क्या है?

1. हलाल सर्टिफिकेशन इस्लामिक कानूनों के तहत मांस तैयार करने और बेचने के लिए दिया जाता है। इसमें हलाल नियमों का पालन किया जाता है।

2. मल्हार सर्टिफिकेशन हिंदू परंपरा के अनुसार झटका मीट के व्यापार को प्रमाणित करने के लिए जारी किया गया है।

3.  हलाल मीट का मुख्य रूप से मुस्लिम समुदाय उपभोग करता है, जबकि झटका मीट पारंपरिक हिंदू पद्धति से तैयार किया जाता है।

4. मल्हार प्रमाणपत्र केवल हिंदू मीट व्यापारियों को ही मिलेगा।

मल्हार सर्टिफिकेशन को लेकर विवाद क्यों?

महाराष्ट्र में इस सर्टिफिकेशन को लेकर कुछ राजनीतिक और सामाजिक विवाद भी हो रहे हैं। कुछ संगठनों का मानना है कि यह मीट व्यापार को धर्म के आधार पर विभाजित कर सकता है। वहीं, इसके समर्थकों का कहना है कि यह हिंदू व्यापारियों को एक प्रमाणिक पहचान देगा और उपभोक्ताओं को झटका मीट खरीदने में सुविधा होगी। हालांकि, इस पर सरकार या प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं आया है, लेकिन यह पहल हिंदू व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

किसके लिए हैं ये स्कीम फायदेमंद?

मल्हार सर्टिफिकेशन एक नई पहल है, जो झटका मीट व्यापार को प्रमाणित करने और हिंदू व्यापारियों को पहचान देने के लिए शुरू की गई है। यदि आप महाराष्ट्र में झटका मीट का व्यापार कर रहे हैं और मल्हार प्रमाणपत्र लेना चाहते हैं, तो आप MalharCertification.com पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। हालांकि, इस सर्टिफिकेशन को लेकर विवाद भी सामने आ रहे हैं, लेकिन इसका असर आने वाले समय में स्पष्ट होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?

1. मल्हार सर्टिफिकेशन क्या है? मल्हार सर्टिफिकेशन हिंदू मीट व्यापारियों को दिया जाने वाला प्रमाणपत्र है, जो झटका मीट बेचने के लिए आवश्यक होगा।

2. मल्हार सर्टिफिकेशन कौन जारी कर रहा है? इसे महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे द्वारा लॉन्च किया गया है।

3. क्या यह सर्टिफिकेशन अनिवार्य है? फिलहाल, यह सर्टिफिकेशन झटका मीट बेचने वालों के लिए एक वैकल्पिक प्रमाणपत्र है।

4. क्या यह हलाल सर्टिफिकेट की तरह है? हाँ, यह हलाल सर्टिफिकेट की तरह ही हिंदू व्यापारियों के लिए है, लेकिन इसमें झटका मीट का पालन किया जाता है।

5. मल्हार सर्टिफिकेशन कैसे प्राप्त करें? इसके लिए MalharCertification.com पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

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