कार्डियोवस्कुलर डिसीज के इन लक्षणों को न करें इग्नोर, पड़ सकता है भारी!

By Bhawana tripathi  |  First Published Feb 20, 2024, 8:49 AM IST

दिल की बीमारी या कार्डिवस्कुलर डिसीज (CVDs) के कारण दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। WHO के अनुसार हर साल करीब 17.9 मिलियन लोगों की मौत कार्डियोवस्कुलर डिसीज के कारण होती है। 

लाइफ़स्टाइल। बदलते समय के साथ हार्ट से जुड़ी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। हार्ट अटैक और स्ट्रोक के केस आए दिन सामने आते रहते हैं। वैसे तो हार्ट से जुड़ी एक नहीं बल्कि बहुत सी समस्याएं इंसान की जान ले सकती हैं। कार्डिवस्कुलर डिसीज हार्ट और ब्लड वेसेल्स से जुड़ा डिसऑर्डर ग्रुप है। सीवीडी (CVDs) के अंदर कई बीमारियां आती हैं जैस कि कोरोनरी हार्ट डिसीज, पेरीफेरल आर्टेरियल डिसीज, रुमेटिक हार्ट डिसीज आदि। लंदन के  डॉक्टर श्याम कोलवेकर (कंसल्टेंट कार्डियोथोरेसिक सर्जन) ने दिल से जुड़े बीमारियों के लक्षणों के बारे में जानकारी दी है।  आइए जानते हैं कि आखिर क्या होते हैं कार्डिवस्कुलर डिसीज के लक्षण।

1.छाती में दर्द

अचानक में छाती में भारीपन या दर्द का एहसास हो सकता है। ये कुछ मिनट तक रहता है। 

2.सांस लेने में समस्या

कार्डियोवस्कुलर डिसीज के कारण सांस लेने में समस्या हो सकती है। ये समस्या बिना छाती में दर्द के भी शुरू हो सकती है।

3.थकान का एहसास

शरीर में थकान के साथ ही कमजोरी दिल की बीमारी से जुड़ी हो सकती है। पर्याप्त आराम के बाद भी राहत नहीं मिलती है।

4.शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द

अक्सर हाथ, बैक, गला,जबड़ों या फिर पेट में दर्द की समस्या महसूस हो सकती है।

5.हार्ट बीट का अनियमित होना

दिल की बीमारी का आम लक्षण अचानक से दिल की धड़कनों का तेज हो जाना है। 

6.हाथ-पैरों में सूजन

हार्ट फेल्योर होने पर हार्ट ब्लड को ठीक तरह से पंप नहीं हो पाता है। इस कारण से हाथ-पैरों में सूजन की समस्या पैदा होने लगती है।

कार्डिवस्कुलर डिसीज के अन्य लक्षण

व्यक्ति में दिल की बीमारी के लक्षण कार्डिवस्कुलर डिसीज (CVDs) के प्रकार पर काफी हद तक निर्भर करता है। बीमारी से जुड़े अन्य लक्षण निम्म प्रकार हैं। 

एंजाइना

जब हार्ट मसल्स में ठीक तरह से ब्लड नहीं मिल पाता है तो चेस्ट पेन शुरू हो जाता है।

हार्ट अटैक

मायोकार्डियल इनफार्क्शन (Myocardial infarction) या हार्ट अटैक तक होता है जब हार्ट मसल्स के किसी खास स्थान में ब्लड फ्लो नहीं हो पाता है। डॉक्टर के अनुसार अगर छाती में दर्द, सांस लेने में दिक्कत या फिर अन्य लक्षण दिखें तो ये हार्ट अटैक हो सकता है।

हार्ट फेल्योर या दिल की विफलता

जब हार्ट ब्लड पंप ठीक से नहीं कर पाता है तो हार्ट फेल्योर हो सकता है। डॉक्टर कोलवेकर कहते हैं कि इस स्थति में थकान के साथ ही सांस लेने में दिक्कत और हाथ-पैरों में सूजन आ सकती है।

डॉक्टर का मानना है कि अगर आपको दिए गए कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर जांच तुरंत हो जाए तो बड़े खतरे से बचा जा सकता है।

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