योग करने से सेहत को अनगिनत फायदे मिलते हैं। आज बड़े-बड़े सेलिब्रिटी योग के जरिए अपना वजन कम करने के नुस्खे बताते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो को अपने डेली रूटीन में शामिल करने से तमाम बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
हेल्थ डेस्क। योग से एक नहीं सैकड़ों फायदे हैं। योग (Benefits Of Yoga) से शारीरिक ही नहीं मानसिक तनाव से भी मुक्ति मिलती है। वेट लॉस से लेकर शरीर में मौजूद बीमारियों का समाधान योग में है। अगर आप हर रोज 20 मिनट भी योग करते हैं तो आपको इसके तमाम फायदे मिलते हैं। बड़ी बात यह है कि योग करने के लिए ना तो आपको डॉक्टर के पास जाना है, ना ही किसी जिम इंस्ट्रक्टर के पास। बिना पैसा खर्च किए आप योग के जरिए अपने शरीर को बीमारी से मुक्त कर सकते हैं। चलिए जानते हैं पांच बीमारी में योग के पांच फायदे
योग से होता है वेट लॉस (Yoga For Weight Loss)
जो लोग बढ़े हुए वजन से परेशान हैं और वेट लॉस करना चाहते हैं वह योग करके वेट लॉस कर सकते हैं। कपालभाति, प्राणायाम योग और सूर्य नमस्कार से वेट लॉस में कमी आती है। कहते हैं सूर्य नमस्कार करने से शरीर में पानी का लेवल बैलेंस रहता है और टॉक्सिन पदार्थ बाहर निकलते हैं। वेट लॉस के लिए त्रिकोड़ासन, वीरभद्रासन,पूर्वोत्तनासन और कपालभाति हर रोज करने से एक से डेढ़ महीने में वजन में कमी नजर आने लगती है।
गठिया में राहत देता है योग (Yoga For Arthritis)
जोड़ों के दर्द को कम करने में योग महत्वपूर्ण योगदान देता है। एक्सपर्ट की मानें तो आर्थराइटिस में 8 हफ्ते तक 90 मिनट तक अगर हर रोज योग किया जाए तो गठिया में काफी आराम मिलता है। इसके लिए योग की मुद्राओं पर ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि अगर मुद्रा सही नहीं होगी तो फायदा भी नहीं होगा। गठिया के लिए अयंगर योग मुद्रा करने से मरीज को धीरे-धीरे आराम होने लगता है। योग करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि योग से कोई दर्द या परेशानी ना हो ना ही हड्डियों पर ज्यादा जोर पड़े।
डायबिटीज
कहा जाता है कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाती है फिर आजीवन चलती है। योग की मदद से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। चूंकि डायबिटीज पेशेंट की बॉडी में इंसुलिन की मात्रा कम होती है जिसके चलते शुगर का डाइजेशन ढंग से नहीं हो पता है और खून में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। डायबिटीज कम करने के लिए धनुरासन कपालभाति और मंडूकासन करने से शुगर के रोगी को फायदा मिलता है। यह तीनों आसान पेनक्रियाज को उत्तेजित कर इंसुलिन के प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं जिससे ब्लड में शुगर का लेवल कंट्रोल रहता है।
माइग्रेन (Yoga Benefits In Migraine)
माइग्रेन एक ऐसा दर्द होता है जो सिर के आधे हिस्से में शुरू होता है और धीरे-धीरे यह दर्द बढ़ जाता है जिसके बाद चक्कर मतली और उल्टी आना शुरू होती है। माइग्रेन कभी-कभी कुछ घंटे में सही हो जाता है तो कभी-कभी पूरा दिन इस समस्या से छुटकारा नहीं मिलता। माइग्रेन दूर करने के लिए पश्चिमोत्तानासन, सेतु धासन, अधोमुख श्वसन और शीर्षासन करने से माइग्रेन गायब हो जाता है। इन सभी मुद्राओं से दिमाग और मांसपेशियों को आराम मिलता है। इसके अलावा लिवर किडनी हेल्दी रहती है और पाचन तंत्र मजबूत होता है।
अस्थमा (Yoga Benefits In Asthma)
अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें सांस लेने में परेशानी होती है। ज्यादा बढ़ने पर जान जाने का खतरा भी बढ़ जाता है। अस्थमा को कंट्रोल करने के लिए योग की कई मुद्राएं कारगर हैं जिनमें भुजंगासन, सेतुबंधासन, धनुरासन और श्वसन प्रमुख है। इन योग मुद्राओं से फेफड़े खुलते हैं जिसके बाद सांस लेने में और छोड़ने में जो परेशानी होती है उसमें राहत मिलती है। साथ ही नियमित रूप से इन सभी मुद्राओं को करने से सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है।
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