रामनवमी पर जाना चाहते हैं अयोध्या तो रामलला के साथ इन मंदिरों के भी जरुर करें दर्शन

By Anshika TiwariFirst Published Apr 4, 2024, 5:43 PM IST
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Ram Navami Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर में इस बार की रामनवमी खास होगी। ऐसे में अगर आप भी रामलला के दर जाने का प्लान कर रहे हैं तो इन मंदिरों के दर्शन करना ना भूलें। 
 

Navratri 2024: 9 अप्रैल से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। मंदिरों से घरों तक माता रानी के आगमन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। वहीं रामनवमी (ram navami 2024) 17 अप्रैल को मनाई जाएगी।  प्रभु श्री राम का ये पावन दिन इस बार खास होने वाला है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर ( Ayodhya Ram Mandir) बन चुका है और पहली बार रामनवमी मनाई जाएगी। ऐसे में अगर आप भी अयोध्या (Ayodhya) जाने का प्लान कर रहे हैं तो राम मंदिर के अलावा अगर इन मंदिरों के दर्शन नहीं किए तो आपकी यात्रा अधूरी मानी जाएगी। 

 

1) हनुमानगढ़ी मंदिर (Shri Hanuman Garhi Mandir) 

रामनगरी अयोध्या जा रहे हैं और प्रभु के भक्त हनुमान जी के मंदिर हनुमानगढ़ी नहीं गए तो अयोध्या ट्रिप अधूरी है। ये अयोध्या के फेमस मंदिरों में एक है। मान्यता है,भक्तों को भगवान श्री राम के दर्शन करने से पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन करन। माना जाता है,बिना हनुमान जी के आज्ञा के सियाराम के दर्शन सफल नहीं होते। इसलिए भक्त अयोध्या आते ही पहले हनुमानगढ़ी जाते हैं।

अयोध्या का ऐतिहासिक मणि पर्वत स्थल ♥️ पुरातत्व विभाग के पास संरक्षित यह मंदिर माँग रहा है जीर्णोद्धार pic.twitter.com/selXPQIWNu

— Shailendra Dwivedi (@shailendraazz)

2) मणि पर्वत अयोध्या (Mani Parvat Temple)

रामलला के पावन भूमि घूमने गए हैं तो मणि पर्वत जाना ना भूलें जो अपने ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं को लेकर पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार,जब अंजनी पुत्र हनुमान लक्ष्मण के लिए संजीवनी बूटी लेकर वापस आ रहे थे तो उसका कुछ हिस्सा अयोध्या के इस जगह पर गिरा थाह। जिसे मणि पर्वत के नाम से जाना जाता है। यहां से आप एक टक पूरा शहर निहार सकते हैं। 

 

 3) नागेश्वरनाथ मंदिर अयोध्या, (Shri Nageshwar Nath Mandir Ayodhya Trust)

अयोध्या स्थित नागेश्वरनाथ मंदिर भी श्रद्धालुओं के बीच फेमस है। यह भगवान शिव का मंदिर है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार मंदिर का निर्माण भगवान राम और सीता जी के छोटे बेटे कुछ ने कराया था। मंदिर निर्माण के पीछे एक कहानी बताई जाती है कि एक बार कुश सरयू नदी में स्नान के लिए गए थे। तब गलती से उनका बाजूबंद नदी खो गया था जो किसी नागकन्या को मिला था और उसी से कुश को प्रेम हो गया था। नागकन्या के प्रेम में कुश ने मंदिरा का निर्माण कराया था। 

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