IIT-IIM की टॉपर से लेकर शॉर्क टैंक की जज तक, 1 करोड़ की नौकरी छोड़कर कैसे खड़ी कर दी 4,000 करोड़ की कंपनी?

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Jan 8, 2025, 6:33 PM IST

जानिए विनीता सिंह की इंस्पिरेशनल स्टोरी। IIT-IIM से पढ़ाई, 1 करोड़ की नौकरी ठुकराई, शुगर कॉस्मेटिक्स को 4,000 करोड़ रुपये की कंपनी में बदला।

Success Story: शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीज़न की धमाकेदार शुरुआत 6 जनवरी 2025 से हो चुकी है।  इस बार भी प्रमुख जजों में से एक हैं विनीता सिंह। वह शुगर कॉस्मेटिक्स (Sugar Cosmetics) की को-फाउंडर और सीईओ हैं, जो आज 4,000 करोड़ रुपये की कंपनी बन चुकी है। लेकिन विनीता की सफलता केवल उनके वर्तमान स्टेटस तक सीमित नहीं है। उनकी कहानी स्ट्रगल और साहस का बेहतरीन उदाहरण है। आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ाई करने वाली विनीता ने एक करोड़ रुपये की नौकरी ठुकराकर एक ऐसे सपने को पूरा किया, जो आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुका है।

बचपन से ही था कुछ अलग करने का जुनून

विनीता सिंह का जन्म 1983 में गुजरात के आनंद में हुआ। हालांकि, उनका बचपन भावनगर में उनकी दादी के साथ बीता। जब उनके डॉक्टर पिता को दिल्ली के एम्स में काम करने का मौका मिला, तो उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। विनीता की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम से हुई। 10 साल की उम्र में ही विनीता में बिजनेस की बुनियादी समझ विकसित होनी शुरू हो गई थी। उन्होंने अपनी एक दोस्त के साथ मिलकर एक छोटी सी मैगजीन शुरू की। इसे घर-घर जाकर मात्र 3 रुपये में बेचती थीं। यह विनीता का पहला बिजनेस वेंचर था, जिसने उनमें एंटरप्रेन्योरशिप के बीज बो दिए।

IIT और IIM से एजूकेशन

शिक्षा के क्षेत्र में विनीता का सफर शानदार रहा। अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर उन्होंने आईआईटी मद्रास से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया। आईआईएम में पढ़ाई के दौरान उन्हें कई बड़े कॉर्पोरेट में जॉब के ऑफर्स मिले। प्लेसमेंट के दौरान उन्हें इन्वेस्टमेंट बैंक की ओर से 1 करोड़ रुपये के पैकेज का ऑफर मिला। लेकिन यहां विनीता ने एक ऐसा फैसला लिया, जो बहुत कम लोग लेने की हिम्मत कर पाते हैं। उन्होंने यह अट्रैक्टिव नौकरी ठुकरा दी। विनीता को पता था कि उनका जुनून कॉर्पोरेट की दुनिया में काम करने से कहीं अधिक बड़ा था। उन्हें अपना खुद का बिजनेस करना था, कुछ ऐसा जो उनकी पहचान बनाए।

23 साल की उम्र में शुरू किया अपना स्टार्टअप

23 साल की उम्र में विनीता ने अपना पहला स्टार्टअप “क्वेटजल” शुरू किया। यह उनके एंटरप्रेन्योरशिप सफर का पहला पड़ाव था। हालांकि, यह सफर आसान नहीं था। फंडिंग के लिए वे 10 से 12 निवेशकों के पास गईं, लेकिन हर जगह से उन्हें ना सुनने को मिला। विनीता ने करोड़ों की नौकरी को ठुकराकर खुद को मात्र 10,000 रुपये की सैलरी पर सीमित कर लिया। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनका यह अनुभव उन्हें मजबूत बना रहा था।

2012 में फैबबैग की शुरुआत

साल 2012 में विनीता ने अपना दूसरा स्टार्टअप “फैबबैग” शुरू किया। यह एक सब्सक्रिप्शन बेस्ड ब्यूटी सर्विस थी, जिसमें कस्टमर्स को हर महीने अलग-अलग कॉस्मेटिक और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स दिए जाते थे। हालांकि, यह वेंचर उन्हें वह सफलता नहीं दिला पाया जिसकी वह हकदार थीं। लेकिन इसी दौरान विनीता ने भारतीय बाजार में कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स की अपार संभावनाओं को पहचाना। उन्होंने देखा कि भारतीय महिलाएं ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स चाहती थीं, जो उनकी त्वचा की टोन और जरूरतों के हिसाब से बनाए गए हों। यहीं से उन्हें बिजनेस का एक बड़ा आइडिया मिला।  

ऐसे बदला हकीकत में सपना

साल 2015 में विनीता ने अपने पति कौशिक मुखर्जी के साथ मिलकर “शुगर कॉस्मेटिक्स” की नींव रखी। कंपनी का फोकस भारतीय महिलाओं के लिए डिजाइन किए गए कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स बनाने पर था। शुगर कॉस्मेटिक्स आज 4,000 करोड़ रुपये की कंपनी है। इसके प्रोडक्ट्स न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनियाभर में पसंद किए जाते हैं। हालांकि विनीता और उनके पति ने पवई में 5000 रुपये किराए के छोटे से घर में काम शुरू किया था।

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