पत्रकारिता छोड़ इंदौर का पत्रकार बन गया "चाय वाला"

By rohan salodkar  |  First Published Dec 3, 2023, 7:16 PM IST

इंदौर के केशव मराठा पिछले 13 साल से एक वीडियो जर्नलिस्ट के रूप में मीडिया की फील्ड में अपनी सेवाएं दे रहे थे। एनडीटीवी, न्यूज़ 24, जैसे चैनल में केशव ने काम किया लेकिन सैलरी कम थी इसलिए केशव ने अपना खुद का स्टार्टअप शुरू किया और पत्रकार चाय हाउस के नाम से एक स्टॉल खोल लिया जहां चाय के साथ इंदौरी पोहा भी मिलता है । महज़ एक महीने में ही केशव को अपने नए काम से मुनाफा होने लगा। नई शुरुआत के लिए केशव की पत्नी अंकिता ने उनका हौसला बढ़ाया।

इंदौर । मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है देश की आजादी में इसका अहम योगदान रहा है। आंख बंद कर लोग अखबारों पर भरोसा करते थे लेकिन आज इस पेशे में बहुत सी तब्दीली देखने को मिल रही है। पत्रकारों के हालात वह हो गए हैं कि अब इस पेशे को छोड़कर दूसरे रोजगार की तलाश में कदम बढाने लगे हैं। दरअसल  मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में एक पत्रकार ने अपना चाय हाउस खोल लिया। इनका नाम है केशव मराठा। केशव मराठा की चाय की स्टाल का नाम है "पत्रकार चाय हाउस" केशव के चाय हाउस के खुलने की खबर जंगल में आज की तरफ फैली हुई है । लोग हैरत में है कि एक पत्रकार को आखिर चाय की दुकान क्यों खोलनी पड़ी।


क्यों छोड़ा जर्नलिज्म
केशव ने बताया कि मीडिया में उनका करियर काफी लंबा और जिम्मेदारी भरा रहा है। 13 साल तक विभिन्न संस्थाओं में वीडियो जर्नलिस्ट की जिम्मेदारी निभाकर अब केशव ने जीवन की एक नई शुरुआत किया है। केशव कहते हैं मैं कुछ अलग करना चाहता था इसलिए एक नए काम की शुरूआत किया। पत्रकारिता में 24 घंटे की नौकरी के 16000 पर मिलते थे लेकिन इस नए स्टार्टअप से हर रोज 1000 से ₹1200 की कमाई हो जाती है। सुबह 6 घंटे की मेहनत के बाद केशव पूरा दिन अपने परिवार के साथ गुजारते हैं।

 

 

सिर्फ चाय नहीं पोहा भी मिलेगा
इंदौर के जंजीर वाला चौराहे के पास सुबह 5.30  बजे से दोपहर 12:00 तक केशव अपना स्टॉल लगते हैं जहां पर चाय के अलावा इंदौरी पोहा भी मिलता है। केशव की लव मैरिज हुई थी उनकी शादी को 5 साल हो चुके हैं 11 महीने का एक बेटा है और केशव किराए के घर में रहते हैं। इस नए काम से केशव की आर्थिक स्थिति बेहतर हो रही है। 

 

महीने भर में ही होने लगा मुनाफा
केशव को दुकान खोले एक महीना हुआ है उनकी फुल चाय ₹10 की है हाफ चाय ₹7 की और पोहा ₹15 का है। जल्द ही वह गराडू भी बेचना शुरू करेंगे। इस काम के लिए केशव की पत्नी ने उन्हें प्रेरणा दिया। केशव की पत्नी ने समझाया की कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता।  बस अपना काम करना चाहिए। हमेशा कंधे पर वीडियो लगने वाले केशव आज सुबह-सुबह ठेला लगाते हैं। शुरू में केशव को थोड़ा संकोच हुआ लेकिन पत्नी  अंकिता ने हिम्मत दिया तो केशव के अंदर भी हौसले ने परवाज करना शुरू कर दिया।

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