मुराली लाल लोहिया के बेटे विवेक लोहिया Jupiter Wagons के एमडी के रूप में कार्यरत हैं। कंपनी सिर्फ रेलवे के लिए वैगन ही नहीं बनाती है, बल्कि इलेक्ट्रिक मर्शियल व्हीकल्स भी बनाती है।
नयी दिल्ली। रेलवे के लिए वैगन और इससे जुड़ी एसेसरीज बनाने वाली प्राइवेट कम्पनी ज्यूपिटर वैगन्स (Jupiter Wagons) ने शेयर मार्केट में बड़ी छलांग लगाईं है। पिछले 11 महीने में 253% से ज्यादा का रिटर्न दिया। उसके बाद अनुभवी बिजनेस मैन मुरारी लाल लोहिया को 2023 हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में जगह मिली है। साल 2006 में उन्होंने अपने बेटे विवेक लोहिया के साथ Jupiter Wagons की शुरुआत की थी। वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैपिटल 13,300 करोड़ रुपये से अधिक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, मुरारी लाल लोहिया की नेटवर्थ 7,900 करोड़ रुपये आंकी गई है। वह कंपनी के एमिरेट्स चेयरमैन हैं।
कामर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स भी बनाती है ज्यूपिटर वैगन्स
मुराली लाल लोहिया के बेटे विवेक लोहिया Jupiter Wagons के एमडी के रूप में कार्यरत हैं। कंपनी सिर्फ रेलवे के लिए वैगन ही नहीं, बल्कि कॉमर्शियल व्हीकल्स भी बनाती है। कंपनी की ईवी ब्रांच ज्यूपिटर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी है। कंपनी कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स भी बना रही है। इस फील्ड में उनकी टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा है। कंपनी का कॉरपोरेट आफिस कोलकाता में है।
पैसेंजर कोच भी लॉन्च करने वाली है ज्यूपिटर वैगन्स
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, ज्यूपिटर वैगन्स जल्द ही पैसेंजर कोच भी लॉन्च करने वाली है। एप्लीकेशन बेस्ड कॉमर्शियल व्हीकल, मरीन कंटेनर्स, ट्रक माउंटेड कंटेनर्स, रेलवे ट्रैक सॉल्यूशंस के अलावा कम्पनी डिस्क ब्रेक के निर्माण के क्षेत्र में भी काम करती है। कंपनी ने ऑटो एक्सपो 2023 में दो नए वाहन भी लॉन्च किए।
कारोबार में रेल वैगनों की हिस्सेदारी 70 फीसदी
वैसे देखा जाए तो साल 2021-22 में कंपनी के कारोबार में रेल वैगनों की हिस्सेदारी लगभग 70 प्रतिशत तक थी। अब कॉमर्शिलय व्हीकल्स का बिजनेस स्पीड पकड़ रहा है, जिसकी कंपनी के कारोबार में हिस्सेदारी करीबन 24 प्रतिशत तक है। रिपोर्ट के अनुसार, ज्यूपिटर वैगन्स लिमिटेड साल 2019 में कॉमर्शियल इंजीनियर्स एंड बॉडी बिल्डर्स कंपनी लिमिटेड (CEBBCO) का अधिग्रहण कर चुकी है।
2022 में बीएसई में लिस्टेड
कंपनी साल 2022 में बीएसई में लिस्टेड हुई। कोलकाता, जमशेदपुर, इंदौर, जबलपुर और हिमाचल प्रदेश के बद्दी में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट हैं। 8000 सालाना रेलवे के वैगन बनाने की कैपिसिटी है। Tatravagonka, DAKOCZ और CAF जैसे ग्लोबल बिजनेस प्लेयर्स के साथ ज्वांइट वेंचर है।
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