सुल्तानपुर की जाह्नवी वर्मा ने UPPCS J में पहले ही अटेम्प्ट में टॉप टेन में अपनी जगह बनाकर पांचवी रैंक हासिल किया। जाह्नवी इसके पहले सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर चयनित हुई थी लेकिन उनका सपना था जज बनना। जाह्नवी ने मेहनत करके अपने सपने को साकार किया जिसका श्रेय वह अपने मेंटर अपने दोस्त और अपने परिवार को देती हैं। उनके पिता खेती किसानी करते हैं जबकि मां हेल्थ डेपार्टमेंट में सरकारी नौकरी से पिछले साल रिटायर हुई हैं।
सुल्तानपुर। सुल्तानपुर की जाह्नवी वर्मा ने पहले ही अटेम्प्ट में पांचवी रैंक हासिल करके UPPCS J में टॉप 10 लिस्ट में अपनी जगह बनाई। उनकी उपलब्धि पर सुल्तानपुर में जश्न मनाया जा रहा है । माय नेशन हिंदी से जाह्नवी ने UPPCS J में पूछे गए सवालों के के साथ-साथ अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल जर्नी शेयर की।
कौन है जाह्नवी वर्मा
सुल्तानपुर के बघराजपुर की जाह्नवी वर्मा के पिता जगदीश कुमार वर्मा पूर्व प्रधान है और दोस्तपुर ब्लॉक के खालिसपुर दुर्गा गांव में खेती-बाड़ी करते हैं। जाह्नवी की मां शीला वर्मा सीएचसी भादर से हेल्थ सुपरवाइजर पद से रिटायर हुई हैं। जाह्नवी के भाई आलोक वर्मा बाराबंकी के फतेहपुर ब्लॉक में खंड विकास अधिकारी हैं। एलएलबी में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं जाह्नवी की शुरुआती शिक्षा महर्षि विद्यामंदिर से हुई थी। इस वक्त जाह्नवी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एलएलएम कर रही है।
UPPCS J की परीक्षा में जाह्नवी से कुछ इस तरह के सवाल किए गए।
Q -आपको सिविल लॉ पसंद है या क्रिमिनल लॉ ?
Ans -मुझे क्रिमिनल लॉ पसंद है।
Q -यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू होना सही है या नहीं ?
Ans -सोसाइटी से डेरोगेटरी कानून को हटाने में यूनिफॉर्म सिविल कोड अच्छा काम करेगा इसलिए मेरे हिसाब से सही है।
Q - मणिपुर की घटना पर आपकी क्या राय है ?
Ans- मणिपुर में स्टेट गवर्नमेंट कहीं न कहीं फेल हुई है लेकिन सेंट्रल गवर्नमेंट को इनिशिएटिव लेना चाहिए वहां के हालात को बेहतर करना चाहिए।
Q- एक मुसलमान सरकारी नौकरी में दूसरी शादी करता है तो क्या होना चाहिए ?
Ans - परसनल लॉ के अनुसार चार शादी अलाउ है मुस्लिम में लेकिन सरकारी नौकरी की कुछ टेक्निकैलिटीज़ हैं जिसका मुझे आइडिया नहीं है।
जाह्नवी का सपना था जज बनना
जाह्नवी कहती हैं मेरे घर में शुरू से एकेडमिक्स का माहौल था। पढ़ाई लिखाई को लेकर मम्मी पापा हमेशा से बहुत सख्त रहे। इससे पहले मैं सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर चयनित हुई थी लेकिन मेरा सपना था जज बनना, इसलिए मैं जी जान से लगी हुई थी। और जो लोग भी UPPCS J की तैयारी कर रहे हैं उनसे मैं यही कहूंगी की पॉजिटिव रहे। पॉजिटिविटी से ही कोई भी जंग जीती जा सकती है।
अपनी दोस्त निशी गुप्ता की सफलता का एग्जांपल दिया जाह्नवी ने
एग्जाम में या निराश होकर सुसाइड करने वाले लोगों के लिए जाह्नवी कहती हैं आत्महत्या कोई ऑप्शन नहीं होता है वह अपनी दोस्त कानपुर की निशी गुप्ता का उदाहरण देते हुए कहती हैं निशि ने पहले मध्य प्रदेश और राजस्थान ज्यूडिशरी का एग्जाम दिया था लेकिन इंटरव्यू में फेल हो गई थी उसने हिम्मत नहीं हारी मेहनत किया पढ़ाई की स्ट्रैटेजी चेंज किया और आज उसने टॉप किया है।पेरेंट्स को भी बच्चों पर पढाई को लेकर बहुत प्रेशर नहीं बनाना चाहिए क्यूंकि पता नहीं कब किसके दिमाग में क्या आ जाए कहा नहीं जा सकता।
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