पुणे की तृप्ति भूषण धकाते, जो वनस्पति विज्ञान में गोल्ड मेडलिस्ट हैं, ने प्रोफेसर की नौकरी छोड़ मशरूम खेती में सफलता पाई। अब वे "क्वालिटी मशरूम" ब्रांड से हर महीने 4 लाख रुपये कमा रही हैं। जानिए उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी।
नई दिल्ली। पुणे की तृप्ति भूषण धकाते वनस्पति विज्ञान में गोल्ड मेडलिस्ट हें, वह बतौर प्रोफेसर काम कर रही थीं। अब मशरूम की खेती में बड़ा मुकाम हासिल किया है, हर महीने लाखों रुपये की इनकम होती है। तृप्ति का 'क्वालिटी मशरूम' ब्रांड न केवल मशरूम बल्कि वर्मीकम्पोस्ट की बिक्री भी करता है। हर महीने 4 लाख रुपये तक कमाई कर रही हैं। उनकी कहानी हर शख्स के लिए इंस्पिरेशनल है।
पुणे से शुरू हुई बिजनेसवुमन बनने की जर्नी
तृप्ति, नागपुर विश्वविद्यालय से वनस्पति विज्ञान में गोल्ड मेडलिस्ट हैं और बायोटेक्नोलॉजी, बॉटनी में एमएससी की डिग्री ली है। एजूकेशन सेक्टर में अपना करियर शुरू किया। मैरिज के पहले वह वर्धा के जेबी कॉलेज ऑफ साइंस और डॉ डीवाई पाटिल बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोइनफॉरमेटिक्स इंस्टीट्यूट में बतौर प्रोफेसर कार्यरत थीं। बाद में वह अपने पति के साथ पुणे आ गईं, और यहीं से उनकी बिजनेसवुमन बनने की जर्नी शुरू हुई।
2018 में मशरूम की खेती की शुरुआत
तृप्ति ने 2018 में मशरूम की खेती की शुरुआत की। पहले उन्होंने ऑयस्टर मशरूम की खेती कर सिर्फ 20 किलो का प्रोडक्शन किया। लेकिन, इस प्रोडक्ट को बेच पाना उनके लिए आसान नहीं था। उस समय पुणे के बाजारों में मशरूम की इतनी मांग नहीं थी और लोग इसे खरीदने में इंटरेस्ट नहीं दिखा रहे थे। हालांकि तृप्ति ने हार नहीं मानी। उन्होंने खुद जाकर लोगों को मशरूम का स्वाद चखाने और इसके लाभों के बारे में बताने का फैसला किया।
सब्जी मंडियों में जाकर करती थीं मशरूम का प्रचार
शुरुआत में तृप्ति ने मुश्किलें झेलीं। लोग मशरूम के बारे में ज्यादा नहीं जानते थे और इसे खरीदने में हिचकिचाते थे। तृप्ति हर दिन बानेर और कोथरुड जैसी सब्जी मंडियों में जाकर अपने मशरूम का प्रचार करतीं, ताकि लोग इसे समझें और खरीदने में दिलचस्पी लें। धीरे-धीरे लोगों ने इसका स्वाद लेना शुरू किया, और उनकी मेहनत रंग लाने लगी।
सोशल मीडिया से मिली मदद
जब तृप्ति को मार्केटिंग में दिक्कतें आईं, तो उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया। सोशल मीडिया के माध्यम से उन्होंने "क्वालिटी मशरूम" नामक अपने ब्रांड का प्रचार शुरू किया। इसका असर यह हुआ कि धीरे-धीरे उनके प्रोडक्ट की मांग बढ़ने लगी, और उन्हें घर-घर डिलीवरी के ऑर्डर मिलने लगे। सोशल मीडिया से तृप्ति के कारोबार को प्रचार मिला और उनके बिजनेस में नए ग्राहकों की वृद्धि हुई।
आपदा को अवसर में बदला
मार्च 2020 में कोविड-19 की शुरुआत ने कई बिजनेस को प्रभावित किया, लेकिन तृप्ति ने उस आपदा को अवसर में बदल दिया। उन्होंने मशरूम से बने वैल्यू-ऐडेड प्रोडक्ट, जैसे कुकीज, खाखरा, पापड़ और बिस्कुट बाजार में उतारे। महामारी के दौरान लोग हेल्दी फूड आइटम की तलाश में थे, इसलिए उनके प्रोडक्ट की मांग तेजी से बढ़ी। इससे न केवल उनके बिजनेस को मजबूती मिली बल्कि महामारी के कठिन समय में भी उनकी इनकम बढ़ी।
अब हर महीने 4 लाख रुपये तक कमाई
जब तृप्ति के प्रोडक्ट को पहचान मिलने लगी, तब उन्होंने अपने बिजनेस को और आगे बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाया। वर्मीकम्पोस्ट और मशरूम की खेती की ट्रेनिंग देने लगीं। उनके पति ने हमेशा उनका सपोर्ट किया। आज "क्वालिटी मशरूम" ब्रांड दिन लगभग 50 किलो मशरूम का उत्पादन करता है। इसके अलावा, उनके द्वारा तैयार किए गए वैल्यू-ऐडेड उत्पाद भी बड़े पैमाने पर बिकते हैं। आज उनकी मासिक कमाई 4 लाख रुपये तक पहुंच गई है।